शाहरुख-काजोल की सुपरहिट फिल्म ‘दिलवाले दुल्हानिया ले जायेंगे’ के बारे में अटकलें लगाई गई थी कि 19 साल रिलीज होने के बाद दिसंबर में मराठा मंदिर से हटा दी जाएंगी. लेकिन मराठा मंदिर के प्रबंध निदेशक मनोज देसाई ने इसे झूठी अटकलें कहा है. उन्होंने इन बातों को सिरे से खारिज किया है.
आदित्य चोपड़ा के निर्देशन में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी थी. वर्ष 2007 में इसने प्रदर्शन के सात साल पूरे करके ‘शोले’ का रिकॉर्ड तोड़ दिया था. इस फिल्म को देश में नहीं बल्कि विदेशों में भी खासा पसंद किया गया था.
‘डीडीएलजे’ 20 अक्टूबर, 1995 को सिनेमाघरों में उतरी थी और तब से यह मराठा मंदिर में प्रदर्शित हो रही है. इसी खासियत यह है कि टीवी पर अनेकों बार प्रसारित होने और डीवीडी में उपलब्ध होने के बावजूद फैंस आज भी ‘डीडीएलजे’ देखने मराठा मंदिर आते हैं.
मनोज देसाई ने साफ कहा है कि हम ‘डीडीएलजे’ के शो हटाने की योजना नहीं बना रहे है.दिसंबर में ‘डीडीएलजे’ के प्रदर्शन का 1,000वां सप्ताह होगा. मराठा मंदिर में अन्य फिल्में भी प्रदर्शित होती है लेकिन वहीं मैटिनी शो केलव ‘डीडीएलजे’ के लिए बुक हैं.
उन्होंने आगे यह भी बताया कि मैं और आदित्य चोपड़ा जब तक चाहेंगे, तब मराठा मंदिर में फिल्म प्रदर्शित होगी. फिल्म में अमरीश पूरी ने काजोल के पिता का रोल निभाया था वहीं अनुपम खेर ने शाहरुख के पिता की भूमिका निभाई थी. इस फिल्म के गानों ने आज भी दर्शकों को घेरे रखा है.