मुंगेर में बन रहा गंगा पुल राणा गौरी शंकर
मुंगेर : मुंगेर गंगा सह रेल पुल परियोजना के शीघ्र चालू होने की संभावना बढ़ गयी है. केंद्रीय मंत्रिपरिषद ने बुधवार को इस पुल की संभावित राशि 2774 करोड़ की स्वीकृति प्रदान करते हुए अगले वर्ष तक चालू करने का निर्णय लिया है.
वर्ष 2002 में प्रारंभ इस पुल की लागत लगातार बढ़ती जा रही है और 921 करोड़ की लागत अब 2774 करोड़ तक पहुंच गयी है. मुंगेर गंगा रेल सह सड़क पुल के निर्माण में अप्रत्याशित विलंब ने मुंगेर को विकास की दौर में काफी पीछे छोड़ दिया है. निर्धारित समय सीमा 2007 का पुल अब तक पूर्ण नहीं हो पाया है. अलबत्ता पुल की लागत लगातार बढ़ती जा रही है.
यह पुल इस क्षेत्र के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा. इस पुल से जहां उत्तर बिहार व पूर्व बिहार की दूरी कम होगी वहीं मुंगेर के औद्योगिक एवं व्यावसायिक विकास को गति मिलेगी. वर्ष 2002 में हुआ था शिलान्यास गंगा रेल सह सड़क पुल का शिलान्यास 26 दिसंबर 2002 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिल्ली से ही रिमोट दबा कर किया था.
वह दिन मुंगेर के लिए ऐतिहासिक दिन था. शिलान्यास स्थल लाल दरवाजा में जब शिलापट से परदा हटा तो लोग झूम उठे थे और उस दिन मुंगेर में दीपावली मनायी गयी थी. 921 करोड़ की परियोजना बनी 2774 करोड़गंगा रेल सह सड़क पुल की परियोजना शिलान्यास के समय 921 करोड़ की थी जो अब बढ़ कर 2774 करोड़ की हो गयी है.
बुधवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में निर्णय के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने घोषणा की कि यह पुल अगले वर्ष तक चालू हो जायेगा और केंद्र सरकार ने इसके लिए 2774 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान कर दी है. घट जायेगी दूरियां मुंगेर रेल सह सड़क पुल जहां भागलपुर-किऊल रेलखंड को उत्तर में कटिहार-बरौनी रेलखंड से जोड़ेगा वहीं राष्ट्रीय उच्च पथ 80 को राष्ट्रीय उच्च पथ 31 से जोड़ेगा.
इस पुल निर्माण से उत्तर बिहार एवं पूर्व बिहार की दूरी लगभग डेढ़ सौ किलोमीटर कम हो जायेगी. उत्तर में रेल पुल किऊल-बरौनी रेलखंड के साहबपुर कमाल एवं उमेशनगर स्टेशन को जोड़ेगी तो दक्षिण में भागलपुर-किऊल रेलखंड के रतनपुर एवं जमालपुर स्टेशन से जुड़ेगी. पुल की तकनीकी स्थितिकुल लंबाई – 3190 मीटर कुल पाया – 31 कुल ऊंचाई (रेल)- 53 मीटरकुल ऊंचाई (रोड)- 61 मीटर गति सीमा – 100 कि.मी प्रति घंटा