औरंगाबाद कार्यालय : जिला मुख्यालय के सिन्हा कॉलेज परिसर में बनाये गये स्ट्रांग रूम में इवीएम को रखा गया है. इसे ऑब्जर्वर और प्रत्याशियों के प्रतिनिधि के समक्ष सील किया गया है. इससे संबंधित पूरी जानकारी जिला निर्वाची पदाधिकारी सह जिलाधिकारी अभिजीत सिन्हा ने दी है. उन्होंने बताया कि स्ट्रांग रूम की आंतरिक सुरक्षा एसएसबी की टीम कर रही है.
बाहरी सुरक्षा बीएमपी और जिला पुलिस देख रही है. यहां सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है. 24 घंटे इस सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है. एक ऐसा भी सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है जिससे बाहर से आने व जाने वाले पर नजर रखी जा रही है.
एसडीपीओ व एसडीओ कर रहे स्ट्रांग रूम की निगरानी : स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौकस कर दी गयी है. जिला निर्वाची पदाधिकारी द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार अनुमंडल पदाधिकारी व एसडीपीओ हर पल स्ट्रांग रूम की निगरानी कर रहे हैं. स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था की पूरी जिम्मेवारी इन लोगों के ऊपर है. इन्होंने यह भी बताया कि मैं जिला निर्वाची पदाधिकारी होने के नाते स्ट्रांग रूम का जायजा ले रहा हूं. ताकि कहीं से भी कोई सुरक्षा व्यवस्था में कमी नहीं आ पाये.
इवीएम रखने के लिए प्रत्याशियों के समक्ष खुलेगा स्ट्रांग रूम : औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र के चार मतदान केंद्रों पर रविवार को मतदान हो रहा है. मतदान होने के उपरांत इवीएम रखने के लिए स्ट्रांग रूम खोला जायेगा. जिला निर्वाची पदाधिकारी ने बताया कि चुनाव पर्यवेक्षक और प्रत्याशी या उनके प्रतिनिधियों के समक्ष स्ट्रांग रूम खोला जायेगा और फिर इवीएम रखने के उपरांत उन्हीं के समक्ष बंद कर सील कर दिया जायेगा, जो सील लगाया जायेगा उसमें प्रत्याशी भी अपना सील लगायेंगे.
प्रत्याशी भी 24 घंटे रख सकते हैं स्ट्रांग रूम पर नजर : स्ट्रांग रूम पर निगाहें प्रत्याशी या उनके प्रतिनिधि भी रख सकते हैं. जिला निर्वाची पदाधिकारी ने बताया कि स्ट्रांग रूम के बाहर परिसर में एक सामियाना लगाया गया है, जिसमें प्रत्याशी या उनके प्रतिनिधि 24 घंटे रह कर देखरेख कर सकते हैं. इसके लिए सभी प्रत्याशियों के एक प्रतिनिधि को पास निर्गत किया जा रहा है. जब उनसे पूछा गया कि 24 घंटे एक व्यक्ति निगरानी कैसे कर सकता है? तो उन्होंने कहा कि 24 घंटे में बारी-बारी से तीन व्यक्ति रह सकते हैं.
अब तक किसी प्रत्याशी ने पास के लिए नहीं दिया आवेदन : जिला निर्वाची पदाधिकारी द्वारा स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता बरतने के लिए सभी प्रत्याशियों या उनके प्रतिनिधियों को पास निर्गत करने की व्यवस्था दी गयी है, लेकिन शनिवार की दोपहर तक कोई भी प्रत्याशी द्वारा पास निर्गत करने के लिए आवेदन नहीं दिया गया था.