बीजिंग : चुनाव सर्वेक्षणों में आम चुनाव में भाजपा की जीत के संकेत मिलने के बीच चीन के एक प्रमुख दैनिक ने उम्मीद जतायी है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अगली सरकार के चीन के प्रति व्यावहारिक रुख अपनाने की उम्मीद है, हालांकि वह तिब्बत और सीमा विवाद पर कड़ा रुख अपना सकती है.
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चीन के अंग्रेजी दैनिक ग्लोबल टाइम्स के प्रथम पृष्ठ पर प्रकाशित मुख्य खबर के अनुसार, चीन के प्रति मोदी के व्यावहारिक रुख अपनाने की संभावना है. मोदी चीन के प्रति अधिक लचीली आर्थिक नीति को आगे बढ़ा सकते हैं. वह दलाईलामा, तिब्बत व सीमा विवाद पर सख्त रुख भी अपना सकते हैं. खबर में कहा गया है कि, चुनाव सर्वे में मोदी के पीएम बनने की संभावना व्यक्त की गयी है और वह राजनीतिक विवादों पर कड़ा रुख अपना सकते हैं लेकिन चीन के प्रति लचीली आर्थिक नीति को आगे बढ़ा सकते हैं.
* एक सप्ताह में दूसरी खबर : एक सप्ताह में ग्लोबल टाइम्स की यह दूसरी खबर है, जिसमें मोदी के पीएम बनने की स्थिति में चीन-भारत संबंधों के सकारात्मक होने की संभावना व्यक्त की गयी है. छह मई के लेख में शंघाई इंस्टीट्यूट फार इंटरनेशनल स्टडीज ने कहा कि अगर मोदी अगली सरकार का नेतृत्व करते हैं, तब भारत और चीन के बीच नजदीकी आयेगी.
* और क्या कहती है रिपोर्ट
63 वर्षीय मोदी ने अपने कारोबारोन्मुखी रुख को पेश किया है. चीनी निवेश आकर्षित करने के लिए चार बार चीन की यात्रा की. गुजरात में मोदी के शासन के बारे में दैनिक ने कहा कि उन्होंने आधारभूत संरचना के विकास, निवेश आकर्षित करने और विशेष आर्थिक क्षेत्र स्थापित करने पर जोर दिया.
* गांधीनगर में मोदी ने लिया अहिंसा का संकल्प
अहिंसा और विश्व शांति का संकल्प लेते हुए भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दी. मोदी ने ट्विटर पर कहा कि हमने भगवान बुद्ध से बहुत करीबी तौर पर जुड़े आदर्शों (विश्व शांति, अहिंसा और मानवता की सेवा) की अपनी प्रतिबद्धता का संकल्प लिया है.
* तिब्बत मसले व भारत चीन सीमा विवाद पर नमो हो सकते हैं सख्त
* गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी अब तक चार बार जा चुके हैं चीन