रांची: वार्ड नंबर 30 के शाहबाग गाड़ीखाना में इन दिनों जल संकट गहरा गया है. दो हजार से अधिक की आबादी मात्र एक चापाकल पर निर्भर है. चापानल से पानी लेने के लिए यहां तड़के ही बाल्टी लेकर लोगों की लंबी लाइन लग जाती है. लाइन में स्कूल जानेवाले छोटे-छोटे बच्चे भी रहते हैं. लोगों की शिकायत है कि रांची नगर निगम उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है.
जल स्तर तेजी से नीचे जा रहा
यहां एक दर्जन से अधिक कुएं थे, जहां पानी कभी नहीं सूखता था. लेकिन, इस वर्ष जल स्तर नीचे जाने से अप्रैल में ही सारे कुएं सूख गये. मुहल्ले 40 से अधिक घरों में बोरिंग करायी गयी है, पर सभी बोरिंग फेल गये हैं. चापानल के अलावा पीने के पानी का दूसरा यहां कोई विकल्प नहीं है.
मुहल्ले में पानी की मारामारी इस कदर है कि यहां के स्कूली बच्चे भी सबेरे उठ कर स्कूल की तैयारी करने के बदले घंटों लाइन में लगे रहते हैं. आयुष ने बताया कि अभी मॉर्निग स्कूल चल रहा है, पर सुबह-सुबह घरवाले बाल्टी लेकर यहां लाइन लगने भेज देते हैं.