गिरिडीह : नगर भवन में गिरिडीह केंद्रीय सहकारिता बैंक लिमिटेड की एक आमसभा शनिवार को हुई. अपर समाहर्ता आनंद मोहन ठाकुर ने आमसभा की अध्यक्षता की. मौके पर बैंक के प्रबंध निदेशक मेरीपिया मिंज, सहायक प्रबंधक सुबल कुमार राय व सहकारिता पदाधिकारी प्रह्वाद भगत भी मौजूद थे.
बैठक में झारखंड राज्य सहकारी समिति अधिनियम 1935 की धारा 44ए के तहत भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जिला केंद्रीय सहकारी बैंक में आमेलन व विलय के लिए दी गयी सैद्धांतिक सहमति के आलोक में गिरिडीह सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड को झारखंड राज्य सहकारी बैंक में आमेलन करने की स्वीकृति दी गयी.
गिरिडीह सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक को झारखंड राज्य सहकारी बैंक में आमेलन के लिए निक्षेप बीमा व प्रत्यय गारंटी निर्गत करने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने का निर्णय लिया गया.
इस दौरान बिहार राज्य सरकारी बैंक लिमिटेड पटना से गिरिडीह सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक गिरिडीह को असंबद्ध कराने का निर्णय लिया गया. अपर समाहर्ता आनंद मोहन ठाकुर ने बैंक द्वारा संचालित कार्यक्रमों की जानकारी लोगों को दी. प्रबंध निदेशक मेरीपिया मिंज ने बताया कि बैंक की प्रदत्त हिस्सा पूंजी 31.03.13 को 307.97 लाख रुपये है. जबकि सुरक्षित कोष में 1181.97 लाख, जमा मद में 4198.86 लाख व उधार मद में 9.21 लाख है.
उन्होंने बताया कि गिरिडीह में बैंक की छह तथा पैक्स की 123 शाखाएं है. जबकि बोकारो जिले के तेनुघाट अंचल में बैंक की दो शाखा व 43 पैक्स है. उन्होंने कहा कि बैजनाथन कमेटी की अनुशंसा के आलोक में पैक्सों व बैंक के विशेष अंकेक्षण की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. पैक्स को भी सरकार से वित्तीय सहायता के रूप में नौ करोड़ 47 लाख 57 हजार 928 रुपया मिलना है. उन्होंने कहा कि बैंक में स्वीकृत 67 पद के विरुद्ध 21 कर्मी कार्यरत है. बैंक में कर्मियों की कमी से बैंकिंग कार्य प्रभावित हो रहा है.