रांची : क्या आजसू को गिरिडीह सीट देकर भाजपा के शीर्ष नेताओं ने गलती कर दी है. ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि भाजपाके बड़े नेता और कार्यकताओं के मुंह से ऐसी बातें निकल रही है. इस मामले को लेकर कोडरमा सांसद डॉ रवींद्र कुमार राय ने कहा कि गिरिडीह लोकसभा सीट भाजपा की परंपरागत सीट रही है. एक-दो बार छोड़ दिया जाये, तो भाजपा ने यहां से हमेशा जीत का परचम लहराया है. अगर आजसू को यह सीट दी जाती है, तो यह आत्मघाती कदम के समान होगा.
आगे उन्होंने कहा कि गिरिडीह लोकसभा सीट आजसू को देने संबंधित पार्टी का कोई अधिकृत बयान नहीं आया है. इस बाबत अब तक पार्टी द्वारा किसी तरह की घोषणा की सूचना नहीं है. फिलवक्त जिस तरह की चर्चा हो रही है, वह जनता के बीच दुष्प्रचार करने की कोशिश है. डॉ राय ने कहा कि गिरिडीह लोकसभा सीट से आजसू को लड़ने का विचार ही नहीं करना चाहिए. अगर भाजपा परंपरागत सीट छोड़ देगी, तो विरोधियों को इसका लाभ मिलेगा.
उन्होंने कहा कि आजसू एनडीए का मित्र है. उसे विरोधी दल को लाभ पहुंचाने का काम नहीं करना चाहिए. इस तरह का राजनीतिक हमला दु:खद होगा. उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व से इस तरह के निर्णय से पूर्व वस्तुस्थिति की जानकारी लेने की बात कही. डॉ राय ने कहा कि हमलोगों ने गत विस चुनाव में आजसू को टुंडी विस सीट दी थी. उस वक्त उम्मीदवार भी हमलोगों ने ही दिया. विधायक राजकिशोर महतो उस वक्त भाजपा के ही पदाधिकारी थे.
डॉ राय ने कहा कि गिरिडीह लोस सीट आजसू को देकर कब तक इस तरह का त्याग व आत्मघाती कदम उठाते रहेंगे. इस बार भी भाजपा उम्मीदवार को जीताने की तैयारी में भाजपा कार्यकर्ता जुटे हुए हैं.