पटना : चुनावी मौसम में कुछ पार्टियां अपने पते से ‘लापता’ हो गयी हैं. इन पार्टियों की ओर से दिये गये पते पर डाकिया पहुंचा, तो कोई मिला ही नहीं. थक-हार कर डाकिया ने डाक वापस कर दिया. ऐसी 22 पार्टियां सामने आयी हैं, जिनका डाक वापस आ गया है.
निर्वाचन विभाग ने इन पार्टियों का पता खंगाला
चुनाव से संबंधित कुछ बिंदुओं पर पत्राचार की जरूरत पड़ी तो निर्वाचन विभाग ने इन पार्टियों का पता खंगाला. रिकॉर्ड में जो पते थे, उन पर डाक भेजा गया. 22 ऐसी पार्टियां मिलीं, जो अपने दिये गये पते पर नहीं हैं. न बोर्ड मिला, न कोई कार्यकर्ता.
डाक विभाग ने सारे पत्र वापस कर दिये
डाक विभाग ने वह सारे पत्र वापस कर दिये हैं. ये पार्टियां रजिस्टर्ड तो हैं, पर अमान्यता प्राप्त हैं. सूत्रों ने बताया कि इस बात से चुनाव आयोग को अवगत करा दिया जायेगा.
इन पार्टियों का कार्यालय नहीं मिला
सामाजिक जनतांत्रिक पार्टी, शोषित समाज दल, राष्ट्रीय लोक सेवा मोर्चा, अखंड झारखंड पिपुल्स फ्रंट, भारत मंगलर्न परिषद, मार्किस्ट कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (यूनाइटेड), मार्किस्ट को-ऑर्डिनेशन, राष्ट्रीय जागृति पार्टी, भारतीय युवा पार्टी (डेमोक्रेटिक), राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी (सेकुलर), क्रांतिकारी साम्यवादी पार्टी, देसी किसान पार्टी, भारतीय जनतांत्रिक जनता दल, भारतीय बैकवार्ड पार्टी, राष्ट्र सेवा दल, राजनैतिक विकल्प पार्टी, प्रजातांत्रिक लोक एकता दल, लोकतांत्रिक समता दल, भारतीय लोकतांत्रिक पार्टी (गांधी-लोहियावादी), अखिल भारतीय देशभक्त मोर्चा, जनतांत्रिक लोकहित पार्टी.