जिला सत्र न्यायाधीश की अदालत में अमरजीत हत्याकांड की सुनवाई
गवाह बोला, घटना वाले दिन डर गया था, तीन महीने बाद अखबार में आरोपित की फोटो देख पहचाना
भागलपुर : जिला सत्र न्यायाधीश की अदालत में गुरुवार को चर्चित अमरजीत हत्याकांड की सुनवाई हुई, इसमें स्वतंत्र साक्षी टुनटुन राय ने डाकघर के पास अमरजीत को गोली मारकर भागनेवाले दो आरोपित के बीच बातचीत का खुलासा किया. गवाही के दौरान टुनटुन ने कहा कि वह रन्नूचक से घटना वाले दिन गोतिया गणेश के पास आये थे. अपने चचेरे भाई के शादी का निमंत्रण देकर वह रात नौ बजे घर जाने के लिए जैसे ही बाहर गली में आया, तभी देखा कि दो लोग हाथ में पिस्तौल लेकर गुजर रहे हैं.
वह ठिठक गये तो दोनों आपस में बातचीत कर रहे थे कि अमरजीत को गोली तो मार दी है, मरेगा या बचेगा. इतनी बात सुनकर वह भयभीत होकर गोतिया के घर में घुस गये. अगले दिन सुबह वे अपने घर रन्नूचक पहुंचे. रन्नूचक में पता चला कि अमरजीत की हत्या डाकघर के समीप हो गयी है. तीन महीने बाद अखबार में गली से गुजरनेवाले दोनों हमलावर की फोटो छपी, जो पिस्तौल लेकर जा रहे थे.
लोक अभियोजक सत्यनारायण प्रसाद साह ने कहा कि दोनों हमलावर कोर्ट में हैं तो टुनटुन राय ने हां में जवाब दिया. क्रॉस में बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं ने चार से पांच सवाल किये. पूरे मामले में अभियोजन पक्ष से कामेश्वर पांडेय तथा बचाव पक्ष से पन्ना सिंह, कौशलेंद्र कुमार, किशोर झा, मुनीर अहमद जिरह के दौरान उपस्थित थे.
जिरह के दौरान घटना के आरोपित भी मौजूद थे, इसमें अभिषेक सोनी, राजकुमार सिंह उर्फ रिंकू सिंह, मो शेरू, लक्की उर्फ शहनवाज, मो आसिफ उर्फ लाल, मो आमिर और मो एय्याज उर्फ नाड़ा शामिल है.