इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को कहा कि कश्मीर मुद्दे का हल करनेवाला व्यक्ति नोबेल शांति पुरस्कार का हकदार होगा. खान का यह बयान पाकिस्तान की संसद में वह प्रस्ताव लाये जाने के कुछ दिन बाद आया है जिसमें भारत के साथ तनाव को कम करने के उनके प्रयासों का हवाला देते हुए, उन्हें यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिये जाने का प्रस्ताव किया गया था.
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, मैं नोबेल पुरस्कार का हकदार नहीं हूं. इसका असली हकदार वह व्यक्ति होगा जो कश्मीरी लोगों की भावनाओं के अनुरूप कश्मीर मुद्दे के हल का प्रयास करेगा और उपमहाद्वीप में शांति एवं मानव विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा. खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने असामान्य कदम के तहत प्रधानमंत्री के बयान को हिंदी में ट्वीट किया. गौरलतब है कि दो मार्च को भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करने के खान के फैसले से पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव दूर होने का हवाला देते हुए पाकिस्तान के निचले सदन ‘नेशनल असेंबली’ के सचिवालय में यह प्रस्ताव सौंपा गया था.
प्रस्ताव के मुताबिक खान ने तनाव की मौजूदा स्थिति में जिम्मेदाराना बर्ताव किया और इसलिए वह नोबेल शांति पुरस्कार के हकदार हैं. पुलवामा आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला किया था, जिसके अगले ही दिन पाकिस्तान ने एफ-16 सहित 24 लड़ाकू विमानों के साथ भारत में घुसने की कोशिश की थी. भारत और पकिस्तान वायुसेना के लड़ाकू विमानों के बीच झड़प के दौरान मिग-21 के गिरने के बाद पायलट पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर (पीओके) में उतर गये थे. इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन को हिरासत में ले लिया था.
इमरान खान ने 28 फरवरी को शांति की पहल और भारत के साथ बातचीत शुरू करने के पहले कदम के तौर पर पायलट अभिनंदन को रिहा करने की घोषणा की थी. अभिनंदन को गत शुक्रवार को वाघा सीमा से रिहा कर दिया गया था.