पटना : संकल्प रैली को लेकर प्रशासनिक महकमा हर जगह सतर्क रखा. गांधी मैदान के हर द्वार पर फुलप्रूफ इंतजाम किये गये थे. गांधी मैदान की सुरक्षा की कमान जिलाधिकारी कुमार रवि और एसएसपी गरिमा मलिक ने खुद संभाल रखी थी. द्वार पर जा-जाकर खुद निरीक्षण करते दिखे. किसी अनहोनी की आशंका के मद्देनजर पान-गुटखा-खैनी को फेंकने के बाद ही गांधी मैदान में प्रवेश दिया जाता था. मालूम हो कि वर्ष पिछले लोकसभा चुनाव के पहले पटना गांधी मैदान में ही आयोजित नरेंद्र मोदी की रैली के पहले बम धमाके हुए थे. इस बार प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी थी. पार्टी के बड़े झंडे को भी बाहर रखवा दिया जा रहा था.
थैला-झोला लेकर बाहर ही भटकते रहे लोग
रैली में दूरदराज से आये लोग साथ में थैला-झोला भी ले आये थे. गांधी मैदान में प्रवेश के समय सुरक्षाकर्मियों ने जब थैला-झोला लेकर अंदर नहीं जाने दिया, तो वे परेशान हो गये. लोगों के सामने बड़ी समस्या हो गयी कि आखिर थैला-झोला कहां रखे. पुलिसवाले से पूछने पर बताया कि गेट के पास रख दो. सब लोग यहीं रख रहे हैं. ऐसे में गेट के बाहर काफी सामान जमा हो गये. वहीं, जिनके पास मोबाइल का पावर बैंक आदि कीमती सामान थे, उन्हें मजबूरन गेट के बाहर ही रहना पड़ा. उन्हें डर था कि गेट के बाहर खुले में सामान रख कर गांधी मैदान में प्रवेश के बाद अगर सामान गायब हो गये, तो क्या होगा. ऐसी स्थिति में लोग गांधी मैदान में प्रवेश ना करके मैदान के बाहर ही भटकते रहे.