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सदर अस्पताल में परिजनों ने बच्चा बदलने का लगाया आरोप, हंगामा
कटिहार : सदर अस्पताल हमेशा विवादों के कारण सुर्खियों में रहता है. लगातार अस्पताल की व्यवस्था पर उंगली उठती रहती है. ताजा मामला गुरुवार को देखने मिला. कुमारीपुर बोरनी की रहने वाली चंपा देवी ने पुत्र के बदले पुत्री सौंपने का आरोप लगाते हुए सदर अस्पताल पहुंच गयी. चंपा देवी के साथ उनके परिजनों ने […]
कटिहार : सदर अस्पताल हमेशा विवादों के कारण सुर्खियों में रहता है. लगातार अस्पताल की व्यवस्था पर उंगली उठती रहती है. ताजा मामला गुरुवार को देखने मिला. कुमारीपुर बोरनी की रहने वाली चंपा देवी ने पुत्र के बदले पुत्री सौंपने का आरोप लगाते हुए सदर अस्पताल पहुंच गयी. चंपा देवी के साथ उनके परिजनों ने पुत्र की जगह पुत्री सौंपने का आरोप लगाते हुए अस्पताल में जमकर बवाल किया. चंपा देवी ने बताया कि सदर अस्पताल में मुझे पुत्र हुआ, लेकिन अस्पताल द्वारा मुझे पुत्री सौंपी गयी.
वहीं अस्पताल के कागजी दस्तावेज पुत्र होने की पुष्टि कर रहे हैं, लेकिन इस सबसे परे होकर अस्पताल द्वारा मुझे पुत्री सौंप दी गयी. परिजनों ने बच्चे को बदल देने का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में जमकर विरोध किया. दरअसल 26 फरवरी को चंपा देवी को प्रसव के लिए कटिहार सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. भर्ती के बाद चंपा देवी ने सुबह के 6:00 बजे एक बच्चे को जन्म दिया. बच्चे के जन्म देने के बाद अस्पताल की ओर से उनके परिवार को पुत्र होने की खबर सुनायी गयी. पुत्र की खबर सुन पूरा परिवार खुश था.
शाम के समय चंपा देवी को उनके परिजन बच्चे के साथ घर लेकर चले गये और घर जाकर जब बच्चे को देखा तो पुत्र की जगह पुत्री निकली. पूरा परिवार यह देख सकते में आ गया. गुरुवार को पूरा परिवार सदर अस्पताल पहुंच गया और बच्चा बदलने का आरोप लगाते हुए अपने पुत्र की मांग करने लगा. मामला बिगड़ता देख मौके से एएनएम भी गायब हो गयी. कार्यालय से सभी कर्मी गायब हो गये.
परिजनों ने अस्पताल के रजिस्टर मेंटेन की कॉपी को खंगालने में जुट गये. रजिस्टर कॉपी में चंपा देवी को पुत्र होने की पुष्टि हुई, जिसे परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर बड़ी हेराफेरी करने का आरोप लगाते हुए अपना विरोध जताना शुरू कर दिया. परिजनों ने सिविल सर्जन से लिखित आवेदन देकर पूरे मामले की छानबीन करने की मांग की है.
भूलवश कागज पर पुत्र की जगह पुत्र अंकित हो गया
अस्पताल प्रबंधक दीपक गुप्ता ने बताया कि भूलवश कागज पर पुत्री की जगह पुत्र अंकित हो गया था. अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज को खंगालने पर सारी बातें सामने आ गयीं. चंपा देवी को पुत्री ही जन्म ली थी. उस समय लेबर रूम में अन्य कोई भी पेसेंट मौजूद नहीं था. बच्ची जन्म लेने के बाद तुरंत ही उनके परिजनों को सौंप दिया गया. जो सारी गतिविधियां सीसीटीवी फुटेज में कैद हैं.
कहते हैं डीएस
डीएस मुकेश कुमार से इस संबंध में बात करने पर कहा कि पीड़ित के आवेदन पर अस्पताल प्रबंधक से जांच करायी गयी. सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया. जो भी आरोप लगाया गया है, वह गलत पाया गया है.
नगर आयुक्त को मांगपत्र सौंपा
कटिहार. निगम पार्षद किशन बजाज ने नगर आयुक्त को पत्र देकर वार्ड संख्या 28 की समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट किया है. निगम पार्षद ने पत्र में जिक्र किया है कि गामी टोला स्थित केसरा के पास नाला का निर्माण किया जाना था. लेकिन नाला का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया. बीच में लगभग 100 फीट नाला का निर्माण कार्य आज भी अधूरा पड़ा हुआ है. शहर के बड़ा बाजार हाट में रोड नाला का निर्माण होना था जो कि आज तक अधूरा कार्य छोड़ दिया गया है.
बड़ा बाजार में एक भी शौचालय अथवा मूत्रालय नहीं है. गामी टोला सतसंग मंदिर से पानी टंकी चौक तक सड़क नाला नीचे होने की वजह से सड़क पर सालों भर पानी जमा रहता है. रविया चौक पर भी स्थित नाला का अतिक्रमण कर लिया गया है. नगर निगम की सफाई व्यवस्था का आलम यह है कि वार्ड संख्या 23 एवं 27 का कचरा, वार्ड संख्या 28 में डम्प कर दिया जाता है. जबकि इस मामले में कई बार पत्राचार किया गया है. लेकिन धरातल पर कार्रवाई नहीं की गयी है.
भूमि विवाद में पिता-पुत्र में मारपीट, घायल
कटिहार. सहायक थाना क्षेत्र के मिरचाईबाड़ी में जमीन विवाद को लेकर पिता पुत्र में झड़प हो गयी. इसमें एक ओर से
पिता घायल हो गया तथा दूसरे पक्ष से उसका पुत्र, पौत्र व पुत्रवधू भी घायल हो गये. घायलों को सदर अस्पताल में भरती कराया गया. दोनों पक्षों ने थाने में आवेदन दिया गया है. कटिहार मध्य विद्यालय के सेवानिवृत शिक्षक फुलेंद्र कुमार सिंह को दो पुत्र हैं. एक पुत्र अपनी पत्नी व बच्चों के साथ बाहर रहता है तथा दूसरा पुत्र कटिहार में अपने माता पिता के साथ ही रहता है. गुरुवार को जमीनी विवाद को लेकर पहले दोनों भाइयों में विवाद हुआ.
बीच बचाव करने पिता पहुंचे, तो आरोप है कि बड़ा बेटा व उसकी पत्नी व उसके पौत्र ने फुलेंद्र सिंह एवं उसके छोटे पुत्र के साथ हाथापाई की. इसमें फुलेंद्र घायल हो गये. इधर इस विवाद में बड़ा बेटा तथा उसकी पत्नी व पोता भी घायल हो गये. घटना के बाद दोनों पक्ष थाने पहुंचे तथा एक दूसरे के विरूद्ध आवेदन दिया. इस संदर्भ में सहायक थानाध्यक्ष रजनीश कुमार ने बताया कि दोनों पक्ष के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. श्री कुमार ने बताया कि यह पूरा मामला आपसी बंटवारे को लेकर हुआ है, जबकि दोनों पक्ष के लोग सुलझे व समझदार हैं. बावजूद एक दूसरे से मारपीट किये.
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