मधुबनी : मुख्यालय में मैट्रिक परीक्षा को लेकर छात्रों व अभिभावकों की उमड़ी भीड़ और सड़क पर वाहन पार्किंग की वजह से लोग सुबह से ही जाम में फंसे रहे. मुख्य मार्ग स्थित परीक्षा केन्द्र और दुकानों के सामने वाहन पार्किंग की वजह से जिले के एसपी सहित कई आला अधिकारी भी जाम में फंसे दिखे.
काफी मशक्कत के बाद अधिकारी को जाम से निकाला गया. तब कहीं कार्यालय पहुंच सके. यही हाल स्कूली बच्चे और गंभीर मरीज को अस्पताल ले जाने वाले एंबुलेंस का भी रहा. बच्चे स्कूल पहुंचने और मरीज अस्पताल पहुंचने के चिलमिलाते रहे. बतादें कि शहर स्थित भारी वाहन या फिर किसी विशेष कार्यक्रम के समय वाहनों को दूसरे मार्ग से शहर में प्रवेश दिलाने के लिये वाईपास मार्ग नहीं है.
जो है भी उसका भी हाल खास्ता बना हुआ है. लिहाजा शहर में जाम की समस्या दिन प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है. और शहर वासियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. समस्या समाधान के लिये प्रशासन का प्रयास भी विफल रहा है. बतादें कि शहर को जाम मुक्त बनाने के लिये जिला परिवहन कार्यालय या फिर पुलिस महकमा पूरी तरह से उदासीन बनी हुई है. ऐसा लगता है प्रशासन के पास समस्या निदान का कोई ठोस नियम तैयार नहीं हो सका है.
नतीजतन प्रशासन द्वारा जाम हटाने के लिये पुलिस बल तो तैनात किये गये हें. फिर भी जाम की समस्या से लोग दिन भर कराहते रहे. मुख्य मार्गों में विभिन्न चौराहे पर यातायात नियंत्रण के लिये होमगार्ड जवानों को तैनात किया गया है. प्रशिक्षित ट्रैफिक पुलिस के अभाव में होमगार्ड की तैनाती से यातायात को सुचारू रखना मुश्किल है.