।। दुर्जय पासवान ।।
हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि जिस समय हत्या हुई और आरोपी को पीटा जा रहा था. उसी समय फोन पर थाना को सूचना दी गयी. लेकिन रात सात बजे तक पुलिस नहीं पहुंची थी. जबकि दो घंटा पूर्व ही पुलिस को सूचना दी गयी थी. थाना से पुग्गू खोपाटोली गांव की दूरी महज 10 मिनट का है. लेकिन दो घंटे में भी पुलिस नहीं पहुंची थी. इसपर लोग पुलिस पर भी सवाल खड़ा कर रहे थे. लोग बोल रहे थे.
कुछ लोगों ने सूझबूझ का सहारा लिया. इसलिए आरोपी की पिटाई के बाद उसे रस्सी से बांध दिया. नहीं तो उसकी भी हत्या हो जाती. जानकारी के अनुसार बंधैन उरांइन का घर बरिया गांव है. वह दिन के 12 बजे अपने दामाद रंजीत उरांव के घर पुग्गू खोपाटोली गांव आयी थी.
वह दोपहर में खाना खाकर आंगन में ही सो गयी. तभी देर शाम को रंजीत का छोटा भाई ललित उरांव पत्थर लेकर आया और बंधैन के सिर को कुचलकर मार डाला. हत्या के कारणों का पता नहीं चला है. लेकिन आशंका व्यक्त की जा रही है कि डायन बिसाही में हत्या हुई होगी.