नयी दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू कश्मीर पुलिस से 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले की जांच का जिम्मा बुधवार को संभाल लिया. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे.
एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि एजेंसी ने मामला फिर से दर्ज किया है और इस आतंकी मामले में जांच के लिए एक जांच दल गठित किया गया है. राज्य पुलिस ने आत्मघाती हमलावर द्वारा सीआरपीएफ बस के पास खुद को बम से उड़ाने के बाद 14 फरवरी को अवंतीपुरा थाने में मामला दर्ज किया था. यह बस सीआरपीएफ के 2500 जवानों को जम्मू से श्रीनगर लेकर जा रहे 78 वाहनों के काफिले में शामिल थी. अधिकारियों ने कहा कि एनआईए दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के लेथपुरा से विस्फोटक के नमूने और साक्ष्य एकत्रित कर चुकी है और उसने हमले के बाद पुलिस द्वारा हिरासत में लिये गये करीब एक दर्जन लोगों से पूछताछ की है.
उन्होंने कहा कि एजेंसी ने पुलिस, खुफिया विभाग और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात करके उनके द्वारा एकत्रित साक्ष्य प्राप्त किये. एनआईए आतंकी हमले की साजिश और इसे अंजाम देने की जांच करेगी. राज्य में आतंकवाद के तीन दशकों में इस तरह की यह दूसरी वारदात है. वर्ष 2000 में 17 साल के कश्मीरी लड़के ने श्रीनगर की सेना छावनी के बाहर खुद को बम से उड़ा लिया था जिसमें सेना के दो जवान शहीद हो गये थे. राष्ट्रीय जांच एजेंसी देश में आतंकी हमलों की जांच का जिम्मा संभालती है.