मुंबई : अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मौरिसियो मैक्री ने मंगलवार को कहा कि उनका देश भारत को ‘भविष्य के सहयोगी’ के तौर पर देखता है. मैक्री इन दिनों भारत की यात्रा पर हैं. मैक्री ने कहा कि इसके लिए दोनों देशों को अपने व्यापारिक संबंध मजबूत और गहरे करने होंगे. दिल्ली के साथ ब्यूनस आयर्स के संबंध एक-दूसरे के पूरक बनने के सिद्धांत पर आधारित हैं. दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर छोटी अवधि में ही पांच बैठकें करने के बाद वह मुंबई पहुंचे. यहां एक व्यापारिक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही.
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मैक्री ने कहा कि हम भारत को भविष्य के भागीदार के तौर पर देखते हैं. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अर्जेंटीना और भारत के रिश्ते एक-दूसरे का पूरक बनने पर आधारित हैं, जहां उनका देश भारत की बड़ी आबादी के लिए खाद्यान्न और ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में मदद कर सकता है.
उन्होंने कहा कि सेवा, सूचना प्रौद्योगिकी, पर्यटन, खनन और नवीकरणीय ऊर्जा ऐसे क्षेत्र हैं, जहां दोनों देश के बीच संबंधों को और गहरा किया जा सकता है. मैक्री ने कहा कि अर्जेंटीना तेजी से दुनिया के साथ अपना एकीकरण कर रहा है और उसके प्रयासों की सराहना दुनियाभर में हो रही है. कार्यक्रम में कई बड़े उद्योगपति भी शामिल हुए.
इस दौरान गोदरेज समूह के चेयरमैन आदि गोदरेज ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार मौजूदा समय में तीन अरब डॉलर का है. भारत कृषि रसायनों, दवा और सौंदर्य प्रसाधन एवं सूचना प्रौद्योगिकी सेवाओं का निर्यात करता है, जबकि अर्जेंटीना से भारत को वनस्पति तेल, सोयाबीन और सूरजमुखी तेल निर्यात किया जाता है.
उन्होंने कहा कि भारत की बजाज ऑटो, टीसीएस और ग्लेनमार्क जैसी घरेलू कंपनियों ने अर्जेंटीना में करीब एक अरब डॉलर का निवेश किया है. गोदरेज ने भी वहां निवेश किया है. दिल्ली में मोदी से मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी किया था.
उन्होंने कहा कि इसमें आतंकवाद से लड़ने की प्रतिबद्धता जतायी गयी और दोनों देशों के बीच परमाणु ऊर्जा सहयोग के लिए एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किये गये. मैक्री ने मंगलवार को कहा कि दोनों तरफ के कारोबारियों को मौजूद अवसरों का लाभ उठाना चाहिए. वह भरोसा दिलाते हैं कि उन्हें नीति निर्धारकों से हर संभव सहयोग मिलेगा.