अंतरराष्ट्रीय अदालत आइसीजे एक में सोमवार से कुलभूषण जाधव के मामले में सार्वजनिक सुनवाई शुरू हो गयी. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अंतरराष्ट्रीय विवादों को हल करने के लिए आइसीजे की स्थापना की गयी थी. पाकिस्तानी सेना की अदालत ने अप्रैल, 2017 में जासूसी और आतंकवाद के आरोप में भारतीय नागरिक जाधव को मौत की सजा सुनायी थी.
हाल ही में हुए मामले को दबाने की साजिश रच रहे पाकिस्तान एक तो अपनी करतूत से कतरा रहा है, दूसरी ओर कुलभूषण जाधव पर कुछ न कुछ एक्शन लेना चाह रहा है, ताकि भारत के नागरिक और भारत सरकार ताजा आतंकी हमले को भूल कर कुलभूषण को बचाने के पीछे पड़ जाएं. लेकिन पाक नहीं जानता कि हमारा देश कुलभूषण के पीछे तो पड़ेगा ही, हमले के पीछे भी पड़ेगा.