रायपुर : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के मौजूदा जीएसटी को एक बार फिर से गब्बर सिंह टैक्स करार देते हुए वादा किया कि इस साल होने वाले आम चुनाव के बाद उनकी सरकार इस टैक्स को सच्चा जीएसटी बना देगी. राहुल ने शनिवार को नक्सल प्रभावित बस्तर जिले के धुरागांव में आदिवासी कृषक अधिकार सम्मेलन में कहा कि केंद्र सरकार ने नोटबंदी को काले धन के खिलाफ लड़ाई कहा था, लेकिन इस दौरान कतार में अनिल अंबानी, मेहुल चौकसी, नीरव मोदी और ललित मोदी जैसे लोग दिखायी नहीं दिये थे. कतार में केवल आम लोग ही खड़े थे. अगर यह कालेधन के खिलाफ लड़ाई थी, तो कतार में ईमानदार लोग क्यों खड़े थे.
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कांग्रेस नेता ने कहा कि पहले लोगों से पैसा छीना गया और उद्योगपतियों का लाखों करोड़ों रुपये का कर्ज माफ किया गया. उन्होंने कहा कि पहले नोटबंदी में दुकानदारों की कमर तोड़ी गसह और बाद में जब इससे बात नहीं बनी, तब 12 बजे रात में गब्बर सिंह टैक्स लाया गया और सब के सब व्यापारियों का व्यापार खत्म कर दिया गया.
लोकसभा में उत्तर प्रदेश के अमेठी का प्रतिनिधित्व करने वाले राहुल ने कहा कि इन लोगों ने जो गब्बर सिंह टैक्स लागू किया है तथा पांच अलग-अलग टैक्स बना रखे हैं, इस गब्बर सिंह टैक्स को बदलकर हम सच्चा जीएसटी बना देंगे. एक टैक्स होगा, पांच अलग-अलग टैक्स नहीं होंगे.
उन्होंने कहा कि आपको जो लोग तंग करते हैं, आपसे पैसा छीनते हैं, और चोरी करते हैं, वह आप पर दबाव नहीं डाल पायेंगे. आप ईमानदारी से काम करेंगे. एक टैक्स होगा सिंपल सा टैक्स होगा. हम गब्बर सिंह टैक्स को खत्म करके जीएसटी लागू कर देंगे.
सभा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में शहीद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों को श्रध्दांजलि दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि जिन्होंने कुर्बानी दी, शहीद हुए उनको हम याद करते हैं और अपना पूरा का प्यार उनके परिवारों को देते हैं.
राहुल ने कहा कि बजट के दौरान सरकार ने कहा था कि किसानों के लिए हम नयी योजना लाये हैं. संसद में पांच मिनट तक मेजें थपथपायी गयी. कहा गया कि हिंदुस्तान के किसानों को हम 17 रुपये देंगे. मतलब एक परिवार को 17 रुपये और एक व्यक्ति को साढ़े तीन रुपये.
उन्होंने कहा कि अनिल अंबानी को 45 हजार करोड़ रुपये दिया गया और किसान को केवल साढ़े तीन रुपये. उन्होंने कहा कि मैंने बस्तर में आपसे वादा किया था कि गारंटी करके हम हिंदुस्तान के प्रत्येक गरीब व्यक्ति को मिनिमम इनकम की गारंटी देंगे. मतलब गरीब व्यक्ति के बैंक अकाउंट में सीधा पैसा डाला जायेगा.
उन्होंने कहा कि जैसे नरेंद्र मोदी ने अनिल अंबानी के बैंक अकाउंट में पैसा डाला है, हर गरीब व्यक्ति के बैंक अकाउंट में कांग्रेस पार्टी सीधा पैसा डालेगी. भाजपा के लोग इससे घबरा गये हैं और वह साढ़े तीन रुपये किसानों को दे रहे हैं, लेकिन हम साढ़े तीन रुपये नहीं देंगे. लाखों करोड़ रुपये सरकार ने उनको (उद्योगपतियों) को दिये हैं, हम इनको (गरीब, किसानों को) देंगे. देश से हम गरीबी को मिटा कर दिखा देंगे.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जब वह बस्तर आये थे, तब यहां की जनता से वादा किया था कि टाटा संयंत्र के लिए ली गयी जमीन जहां अब प्लांट नहीं लग रहा है, वह वापस दिलायेंगे. उन्होंने कहा कि जमीन अधिग्रहण कानून के मुताबिक यदि आदिवासियों और किसानों से जमीन ली जायेगी, तो उनसे पूछ कर ली जायेगी और उन्हें मार्केट रेट की दर से चार गुना पैसा दिया जायेगा.
उन्होंने कहा कि कानून के मुताबिक यदि पांच साल के भीतर उस जमीन का इस्तेमाल नहीं किया गया, चाहे वह बड़ी से बड़ी कंपनी हो, अगर कारखाना नहीं लगाया गया, तो वह जमीन किसानों को वापस लौटायी जायेगी. हमने इस कानून को लागू करने का वादा किया था. जो वादा किया था, उसे पूरा किया गया है. खुशी हो रही है कि बस्तर में यह ऐतिहासिक काम किया गया है.
उन्होंने कहा कि जब मैं जनसभाओं में पूछता था कि धान की क्या कीमत मिल रही है, तब कहा जाता था 14 सौ 15 सौ रुपये, अब पूछ रहा हूं तो कह रहे हैं कि 25 सौ रुपये मिल रहा है. राज्य में जब रमन सिंह की सरकार थी, तब उनसे तेंदूपत्ता का सही दाम, धान का सही दाम देने और किसानों का कर्ज माफ करने की मांग करते थे, तब वह कहते थे कि पैसे नहीं है. लेकिन अब पैसा कहां से आ गया.
उन्होंने कहा ककि यह कैसे हो सकता है कि जब भाजपा की सरकार छत्तीसगढ़ में थी, तब किसानों को देने के लिए पैसे नहीं थे. जैसे ही कांग्रेस की सरकार आयी, किसानों को 25 सौ रुपये धान के लिए मिलने शुरू हो गये. भाजपा के पास, आरएसएस के पास और रमन सिंह जी के पास पैसे की कोई कमी नहीं है.
उन्होंने कहा कि आपका पैसा आपसे छीन कर या तो अपने जेब में डाल लेते हैं या अपने 15 उद्योगपति मित्रों की जेब में डालते हैं. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 लोगों का साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये का कर्जा माफ किया. हमने कहा था कि यदि चौकीदार चोरों का कर्जा माफ कर सकता है तब कांग्रेस पार्टी छत्तीसगढ़ में किसानों का कर्ज माफ करके दिखा देगी. हमने कहा था कि 10 दिन के भीतर कर्ज माफ करेंगे लेकिन छह घंटे में ही माफ करके दिखा दिया.
कांग्रेस अध्यक्ष ने इस दौरान टाटा इस्पात संयंत्र के लिए अधिग्रहित भूमि के प्रभावित 1707 किसानों को अधिग्रहित 4359 एकड़ भूमि के दस्तावेज सौंपे. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य भी मौजूद थे.