संवाददाता, दुमका
साहेबगंज जिले के जिला मत्स्य कार्यालय के पर्यवेक्षक रामानुज कुमार छह हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ धर दबोचे गये हैं. श्री कुमार ने मछुवारों को मिलने वाले वेद व्यास आवास योजना में एक लाभुक को भुगतान के लिए पांच प्रतिशत रिश्वत की मांग की थी. 2018-19 में यह वेद व्यास आवास साहेबगंज जिले के पतना प्रखंड के लखीपुर पंचायत के छोटा महगामा के रफीक अंसारी के नाम से स्वीकृत हुई थी.
आवास निर्माण के लिए 1.20 लाख रुपये मो रफीक के खाते में भुगतान भी हो गया था, लेकिन उस राशि की निकासी के लिए रिश्वत के रूप में पर्यवेक्षक रामानुज कुमार लगातार दवाब बनाकर अपना 5 प्रतिशत कमीशन मांग रहे थे. मो रफरीक यह रिश्वत नहीं देना चाहते थे. उन्होंने इस संदर्भ में एंटी करप्शन ब्यूरो से संपर्क साधा और लिखित शिकायत की.
उनकी लिखित शिकायत पर सत्यापन किया गया तो 14 फरवरी को प्राथमिकी दर्ज कर लिया गया तथा दूसरे ही दिन जाल बिछाकर उन्हें दबोच लिया गया. जैसे ही मो रफीक ने मांगी गयी रिश्वत की राशि 6000 रुपये की, एंटी करप्शन ब्यूरो की दुमका से गयी टीम ने उन्हें ट्रैप कर लिया और वहां से गिरफ्तार कर दुमका लेते आयी. रामानुज कुमार बिहार के बेगुसराय जिले के टेघरा थाना क्षेत्र के मधुरापुर के रहने वाले हैं.
एंटी करप्शन ब्यूरो के दुमका-धनबाद के एसपी सुदर्शन मंडल ने बताया कि 2019 की यह पहली ट्रैपिंग है. दुमका में एंटी करप्शन ब्यूरो का कार्यालय खुलने के बाद 2016 में 07, 2017 में 21 तथा 2018 में 10 मामलों में कार्रवाई हुई है.