आसनसोल : 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं में पिछले कुछ वर्षों से प्रश्नपत्र लीक होने की समस्या से निजात पाने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसइ) ने इस बार नियमों में कई बड़े बदलाव किये हैं. सबसे बड़ा बदलाव प्रश्न-पत्र पैकेट लाने और खोलने को लेकर किया गया है. अब परीक्षा केंद्रों में प्रश्नपत्र पैकेट सीधे क्लास रूम में फाड़े जायेंगे.
पहले प्रश्नपत्र के पैकेट परीक्षा केंद्र के एग्जाम विभाग में ही खोल दिये जाते थे. इसके साथ ही इस बार बैंक से प्रश्न-पत्र पैकेट लाने की जिम्मेदारी केवल केंद्राधीक्षक की होगी. वह किसी अन्य को अपने स्थान पर नहीं भेज सकते हैं.
इस नियम की जानकारी सीबीएसइ की चेयरमैन अनिता करवाल ने देश भर में फैले 21 हजार सीबीएसइ संबद्ध स्कूलों के प्रिंसिपलों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान दी. . सभी प्रिंसिपल और शिक्षक अपने-अपने स्कूल से ही वीसी से कनेक्ट हुए. कई प्रिंसिपलों ने उनसे वाट्सएप्प के जरिये प्रश्न भी पूछे, जिसका उन्होंने एक-एक कर जवाब दिया.
एक क्लास में 24 बच्चे
इस बार क्लास रूम में परीक्षार्थियों को बैठाने को लेकर भी दिशा-निर्देश जारी किया गया है. एक क्लास में 24 या उसके गुणक में छात्रों को बैठाना है. किसी क्लास में 24 या 48 छात्र एक साथ बैठकर परीक्षा देंगे. सीबीएसइ चेयरमैन सुश्री करावत ने इसकी वजह भी बतायी है. प्रश्नपत्रों के प्रत्येक पैकेट में 24 प्रश्न होंगे. यह पैकेट सीधे क्लास रूम में खोले जायेंगे.
प्रश्नपत्र के लिए आयेगा ओटीपी
परीक्षा के लिए सभी विषयों के प्रश्नपत्र की एक कोड दिया गया है. इसी कोड से सभी परीक्षा केंद्रों को प्रश्नपत्र उपलब्ध होंगे. प्रश्नपत्र हर केंद्र के लिए अलग-अलग भेजे जायेंगे. विषयवार प्रश्नपत्रों का पैकेट बनाया गया है.
हर पैकेट का एक कोड दिया गया है. संबंधित केंद्र के केंद्र अधीक्षक इस पैकेट को लेते समय इस पर डाले गये कोड की तस्वीर सीबीएसइ के पास भेजेंगे. इसके बाद बोर्ड ओटीपी भेजेगी. ओटीपी कंफर्म होने के बाद ही केंद्र अधीक्षक बैग ले पायेंगे. इसकी जानकारी केवल संबंधित केंद्र अधीक्षकों को होगी.
10 बजे के बाद नहीं मिलेगी इंट्री
परीक्षा केंद्र में किसी हाल में पूर्वाह्न 10 बजे इंट्री करनी होगी. इसके बाद उन्हें किसी भी हालात में इंट्री नहीं दी जायेगी. छात्रों को इस बार परेशानी से बचाने के लिए परीक्षा से 15 दिनों पहले ही वेबसाइट पर उनका एडमिट कार्ड अपलोड कर दिया गया है. इसमें छात्र के केंद्र का नाम भी अंकित है. इस बार एडमिट कार्ड पर अभिभावकों के हस्ताक्षर के लिए अलग से जगह दी गयी है.
इस पर उन्हें अनिवार्य रूप से हस्ताक्षर करना है, नहीं तो परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जायेगी. इसके साथ ही बोर्ड ने केंद्र तक पहुंचने की सुविधा ऑनलाइन दी है. छात्र अपने केंद्र को ऑनलाइन देख सकते हैं. इससे केंद्र तक पहुंचने में परीक्षार्थी को दिक्कतें नहीं होंगी.
मैनेजमेंट के लोगों पर भी प्रतिबंध
सीबीएसइ ने स्कूलों के मैनेजमेंट कमेटी के पदाधिकारियों एवं सदस्यों या वैसे कर्मी जिन्हें परीक्षा कार्य से कुछ भी लेना-देना नहीं है, उन्हें परीक्षा के दौरान स्कूल में प्रवेश पर रोक लगा दी है. इसके साथ ही परीक्षा के दौरान केंद्राधीक्षक को छोड़ कोई व्यक्ति मोबाइल फोन नहीं रख सकता है.
स्कूल यूनिफॉर्म किया गया अनिवार्य
रेगुलर छात्रों के लिए स्कूल यूनिफॉर्म अनिवार्य कर दिया गया है. बोर्ड ने सख्ती से स्कूलों को सलाह दी है कि वे अपने छात्रों को इसके बारे में निर्देश दे. यदि छात्र यूनिफार्म को सही तरीके से पहनकर नहीं आते हैं तो उन्हें परीक्षा केंद्र में इंट्री के लिए रोका जा सकता है.
मूल्यांकन के लिए शिक्षकों को छुट्टी
परीक्षा के बाद मूल्यांकन कार्य के लिए शिक्षकों को क्लास लेने से छूट दी जायेगी. वीक्षण कार्य में लगे शिक्षकों को 12 दिनों के लिए स्कूल से छुट्टी देने को कहा गया है. प्रत्येक वीक्षक को एक दिन में 25 कॉपियों की जांच करनी है. कापियों के एरर फ्री मूल्यांकन के लिए पूरा जोर दिया गया है.