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कोलकाता : बंगाल में 10,000 करोड़ निवेश करेगी रिलायंस
कोलकाता :रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने गुरुवार को एलान किया कि कंपनी अपने दूरसंचार नेटवर्क एवं नयी ई-वाणिज्य कंपनी के विस्तार के लिए पश्चिम बंगाल में 10,000 करोड़ रुपये का नया निवेश करेगी. देश की सबसे बड़ी निजी कंपनी के प्रमुख ने कहा कि पश्चिम बंगाल में 2016 में उनकी कंपनी का निवेश […]
कोलकाता :रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने गुरुवार को एलान किया कि कंपनी अपने दूरसंचार नेटवर्क एवं नयी ई-वाणिज्य कंपनी के विस्तार के लिए पश्चिम बंगाल में 10,000 करोड़ रुपये का नया निवेश करेगी. देश की सबसे बड़ी निजी कंपनी के प्रमुख ने कहा कि पश्चिम बंगाल में 2016 में उनकी कंपनी का निवेश 4,500 करोड़ रुपये था, जो बढ़कर 28,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि यह भारत में हमारे अब तक के कुल निवेश का दसवां हिस्सा है.”
श्री अंबानी ने कहा कि रिलायंस समूह की दूरसंचार इकाई जियो राज्य के डिजिटल जगत में सबसे बड़ी निवेशक बन गयी है. उन्होंने बंगाल वैश्विक कारोबार सम्मेलन में कहा, “अब हमारी योजना और दस हजार करोड़ रुपये के निवेश की है.” उन्होंने कहा कि 2019 में पूरे राज्य में जियो के 4जी नेटवर्क को पहुंचाने, घरों को फाइबर नेटवर्क से जोड़ने एवं एचडी गुणवत्ता की प्रसारण सुविधा उपलब्ध कराने और लॉजिस्टिक हब के लिए ताजा निवेश किया जाएगा. श्री अंबानी ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल पूर्व का लॉजिस्टिक हब बनने की ओर अग्रसर है
और इस क्षेत्र में 2020 तक 5,000 करोड़ रुपये निवेश की योजना है.” उन्होंने कहा कि जियो और रिलायंस रिटेल जल्द ही एक नयी ई-वाणिज्य प्लेटफॉर्म की शुरुआत करेंगे. उनके मुताबिक नया मंच ग्राहकों, खुदरा विक्रेताओं और विनिर्माताओं सबके लिए लाभदायक रहेगा. श्री अंबानी ने कहा, “देशभर में इस प्लेटफॉर्म से कम से कम तीन करोड़ दुकानदारों को लाभ होगा.” उन्होंने महज एक साल के भीतर पश्चिम बंगाल में ‘उल्लेखनीय बदलाव’ लाने का श्रेय राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दिया.
कहा : निवेश के लिए सवोत्तम स्थल है बंगाल
कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट (बीजीबीएस) 2019 के दौरान अपने संबोधन में निवेशकों को बंगाल में निवेश करने का आह्वान किया. मुख्यमंत्री ने दावा करते हुए कहा कि पूरे देश में निवेश के लिए बंगाल से बेहतर स्थल और कुछ नहीं हो सकता. उन्हाेंने कहा कि बंगाल निवेश के लिए सर्वोत्तम स्थल है, यह सिर्फ वहीं नहीं, बल्कि केंद्र सरकार व अन्य एजेंसियों की रिपोर्ट में भी यही कहा गया है. सर्वे के अनुसार, ‘ईज ऑफ डुइंग बिजनेस’ हो या ई-गवर्नेंस.
सरकारी कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए ई-गवर्नेंस हो या सरकारी योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए ई-निविदा प्रक्रिया. सभी क्षेत्रों में बंगाल का स्थान अव्वल है. यह दर्शाता है कि पश्चिम बंगाल सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे सभी उद्योगपतियों व अतिथियाें का स्वागत किया है और उनसे बंगाल में निवेश करने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा कि 34 वर्षों के वाममोरचा कार्यकाल के दौरान बंगाल के प्रति लोगों की धारणाएं ही बदल गयी थी. कोई भी बड़ा उद्योग यहां अपना प्लांट लगाना नहीं चाहता था, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है. हमारी सरकार कृषि व उद्योग दोनों के बीच समांजस्य स्थापित करते हुए राज्य का विकास कर रही है. बंगाल का जीडीपी विकास दर राष्ट्रीय जीडीपी विकास दर से लगभग दोगुना है.
बंगाल जहां लघु, मध्यम वर्ग के उद्योगों में नंबर वन है तो कृषि क्षेत्र में भी सबसे बेहतर उत्पादन के लिए केंद्र सरकार द्वारा पिछले पांच वर्षों से लगातार पश्चिम बंगाल सरकार को प्रथम अवार्ड मिल रहा है. हम निवेशकों को सिर्फ कारोबार के लिए नहीं, बल्कि तहे दिल से उनका स्वागत करते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार के ग्लोबल बिजनेस समिट में नौ देश पार्टनर के रूप में हिस्सा ले रहे हैं, इसमें जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, यूके, फ्रांस, इटली, पोलैंड, चीन, चेक रिपब्लिक सहित अन्य देश शामिल हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हमारी सरकार का नया स्लोगन है ‘बंगाल मतलब बिजनेस’ और इस स्लोगन को सार्थक करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार हर संभव पहल उठाने काे तैयार है.
इस व्यापार शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरआइएल के चेयरमैन मुकेश अंबानी, जिंदल ग्रुप के चेयरमैन सज्जन जिंदल सहित अन्य अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया. इस पर पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री डॉ अमित मित्रा ने बंगाल में उद्योग की संभावनाओं के बारे में जानकारियां दी.
केंद्र में सरकार बदलने पर लायेंगे नयी औद्योगिक नीति : ममता
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट के दौरान केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कि इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव के बाद अगर केंद्र में सरकार बदलती है तो नयी औद्योगिक नीति बनायी जायेगी. सुश्री बनर्जी ने बंगाल वैश्विक कारोबार सम्मेलन के पांचवें संस्करण में कहा,
“चुनाव के बाद सरकार बदलने पर नयी औद्योगिक नीति तैयार की जायेगी. कई उद्योगपति भारत छोड़ चुके हैं. वह उनसे वापस आने और देश में निवेश का आग्रह करती हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि यह प्लेटफॉर्म इन सब बातों के लिए नहीं है, लेकिन फिर भी वह इतना कहना चाहती हैं कि वर्तमान केंद्र सरकार की नीतियों की वजह से यहां से कई देशी व विदेशी निवेशक भारत छोड़ कर चले गये हैं.
अगले दो-तीन महीने में ही केंद्र में नयी सरकार होगी और नयी सरकार द्वारा नई औद्योगिक नीति बनायी जायेगी, जिससे उनको वापस यहां लाया जा सके. हालांकि, सम्मेलन में केंद्र के किसी प्रतिनिधि ने हिस्सा नहीं लिया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में प्रतिभाशाली और कुशल श्रमिक, जमीनी रूपरेखा और भूखंड के इस्तेमाल की नीति एवं सूचना-प्रौद्योगिकी, चाय बागानों, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों और बड़े कारोबारों के लिए नीति मौजूद है. सुश्री बनर्जी ने कहा कि प्रदेश में राजस्व बढ़ा है और कर से होने वाली आय दोगुनी हो गयी है. उन्होंने कहा कि बंगाल में अनेकता में एकता है, यहां सभी धर्मों और मूल के लोग बिना किसी भेदभाव के रह रहे हैं और आनेवाले समय में पूरे देश में ऐसा ही माहौल होगा.
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