अब चार पहिया वाहन का पार्किंग शुल्क 20 रुपये और मोटरसाइकिल का दस रुपये लगेगा
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एक सप्ताह में हटेंगी सदर अस्पताल के अंदर की दवा दुकानें
अब चार पहिया वाहन का पार्किंग शुल्क 20 रुपये और मोटरसाइकिल का दस रुपये लगेगा मेदिनीनगर : सदर अस्पताल के भवन में स्थित दवा दुकानें एक सप्ताह के अंदर हटेंगी. अस्पताल में दो दवा दुकान आवंटित की गयी हैं. लेकिन अस्पताल प्रबंधन समिति ने समीक्षा के दौरान यह पाया कि जिस उद्देश्य से दवा दुकानों […]
मेदिनीनगर : सदर अस्पताल के भवन में स्थित दवा दुकानें एक सप्ताह के अंदर हटेंगी. अस्पताल में दो दवा दुकान आवंटित की गयी हैं. लेकिन अस्पताल प्रबंधन समिति ने समीक्षा के दौरान यह पाया कि जिस उद्देश्य से दवा दुकानों का आवंटन किया गया है वह उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा है. इस पर अस्पताल के वरीय प्रभारी प्रशिक्षु आइएस डॉ ताराचंद ने दोनों दवा दुकान बिरसा औषधी केंद्र और वनांचल औषधी केंद्र को एक सप्ताह के अंदर हटाने को कहा है.
बुधवार को अस्पताल प्रबंधन समिति की बैठक में इस मामले को लेकर चर्चा हुई. इसके बाद यह निर्णय लिया गया है. बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद की अध्यक्ष प्रभा देवी ने की. बैठक में कहा गया कि अस्पताल में कुव्यवस्था का आलम है. नियमों का अनुपालन नहीं हो पा रहा है. अस्पताल में सरकार द्वारा 148 दवाएं उपलब्ध करायी गयी हैं. लेकिन 6 दवा ही उपलब्ध है.
आयुष्मान भारत के तहत 38 अस्पतालों ने आवेदन किया. इसमें 18 को स्वीकृति मिली है, पर इन 18 अस्पतालों में मानकों के अनुरूप व्यवस्था है या नहीं इसकी जांच भी होगी. इससे संबंधित रिपोर्ट उपलब्ध कराने में सिविल सर्जन द्वारा रुचि नहीं ली जा रही है. समिति का यह मानना है कि सिविल सर्जन के कारण ही कुव्यवस्था बढ़ी है. क्योंकि उनके द्वारा बैठक में लिये गये निर्णयों का भी अनुपालन नहीं किया जा रहा है. बैठक में यह बात भी उभर कर सामने आया कि मानव संसाधन को लेकर जो रिपोर्ट मांगी गयी थी उसे भी छिपाया गया है. इससे यह प्रतीत हो रहा है कि फिर से बालाजी को कार्य देने की कोशिश की जा रही है.
अस्पताल की जो दुकानें है उसका भी किराया समय पर नहीं मिल रहा है. इस पर यह तय किया गया कि प्रत्येक महीने के दस तारीख तक किराया नहीं देने की स्थिति में दुकान का आवंटन रद्द होगा. साथ ही यह भी पाया गया कि अनावश्यक रूप से लोग अस्पताल परिसर में गाड़ी खड़ी करते हैं, अब चार पहिया वाहन का पार्किंग शुल्क 20 रुपया और मोटरसाइकिल का दस रुपया होगा. बैठक के बाद अध्यक्ष श्रीमती देवी, उपाध्यक्ष श्री सिंह ने अस्पताल का निरीक्षण भी किया. निरीक्षण के दौरान कई खामियां पायी गयी.
जिप उपाध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि सरकार लोगों को बेहतर व्यवस्था देना चाह रही है. इसके लिए लगातार प्रयास हो रहा है. लेकिन सिविल सर्जन के अपेक्षित सहयोग के रवैया नही होने के कारण जनता को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. बैठक में प्रशिक्षु आइएस डॉ ताराचंद, सिविल सर्जन डॉ कलानंद मिश्रा, डीपीएम प्रवीण कुमार, जिप सदस्य प्रमोद सिंह, डॉ आरके रंजन सहित कई लोग मौजूद थे.
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