नयी दिल्ली : भारत ने न्यूजीलैंड को पांचवें और आखिरी वनडे में 35 रन से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 4-1 से एतिहासिक जीत दर्ज की. आखिरी वनडे में भारत की जीत के पीछे अंबाती रायुडू की 90 रन, विजय शंकर की 45 रन की शानदार पारी और हार्दिक पांड्या की 45 रन की विस्फोटक पारी ने बड़ी भूमिका निभायी.
इसके अलावा टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की भूमिका भी कम नहीं रही. चौथे वनडे में भारत की शर्मनाक हार के बाद धौनी को आखिरी वनडे में टीम में शामिल किया गया. हालांकि बल्लेबाजी में धौनी ने निराश किया, लेकिन जब वो विकेट के पीछे आये तो उन्होंने अपना जलवा दिखाया और भारत को जीत दिलाने में अपनी बड़ी भूमिका निभायी.
भारत के 252 रन के स्कोर का पीछा करने जब न्यूजीलैंड की टीम मैदान पर उतरी तो जिमी नीशाम (44) और टॉम लेथम (37) ने अपनी टीम को जीत की राह पर ले जा रहे थे, लेकिन धौनी की चपलता और बुद्धिमानी ने न्यूजीलैंड की योजना को ध्वस्त कर दिया.
जब नीशाम अपने अर्धशतक की ओर बढ़ रहे थे, उसी समय रोहित शर्मा ने केदार जाधव को गेंदबाजी पर लगाया. कीवी ओवर का 37वां ओवर प्रगति पर था. जाधव के ओवर की दूसरी गेंद को नीशाम स्वीप शॉट खेलना चाह रहे थे, लेकिन वो गेंद की लाइन को मिस कर गये और गेंद उनके पैड से जा टकरायी. इस बीच धौनी और जाधव ने LBW की अपील कर दी.
Never leave your crease with MS Dhoni behind the stumps! https://t.co/RoUp4iMpX6
— ICC (@ICC) February 3, 2019
धौनी गेंद को कलेक्ट नहीं कर पाये, नीशाम को लगा कि धौनी और जाधव अपील में व्यस्त हैं और वो रन ले लेंगे. उन्होंने ऐसा सोच अपनी क्रीज छोड़ दी. इस बीच धौनी ने गेंद से अपनी नजर नहीं हटायी और वो धीरे-धीरे गेंद के करीब पहुंच गये. जैसे ही नीशाम ने क्रीज छोड़ी धौनी ने गिल्ली उड़ा दी. नॉन स्ट्राइक एंड पर खडे मिशेल सेंटनर ने नीशाम को वापस लौटने की सलाह भी दी, लेकिन तब तक धौनी ने गिल्ली उड़ा दी और नीशाम को निराश हो कर पवेलियन लौटना पड़ा.
ThaLa FoR a ReAsoN😎 #INDvsNZ #Dhoni pic.twitter.com/Fzap4I3gNV
— Gopinath (@gopi_toRnados18) February 4, 2019
धौनी की चतुराई की वजह से न्यूजीलैंड को अपन सेट बल्लेबाज का विकेट खोना पड़ा. विकेट के पीछे धौनी की चतुराई की क्रिकेट समर्थक और खुद आईसीसी ने जमकर तारीफ की. आईसीसी ने ट्वीट कर कहा कि जब धौनी विकेट के पीछे हों, तो भूलकर भी अपनी क्रीज नहीं छोड़ते.