बाढ़ : बाढ़ थाने के सलारपुर गांव में सहायक पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में गोरखा जवानों ने चार घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान एक घर से काफी संख्या में हथियार बरामद किये गये. पुलिस ने मौके पर दो लोगों को पकड़ा है. सहायक पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को सलारपुर गांव में अपराधियों के […]
बाढ़ : बाढ़ थाने के सलारपुर गांव में सहायक पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में गोरखा जवानों ने चार घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान एक घर से काफी संख्या में हथियार बरामद किये गये. पुलिस ने मौके पर दो लोगों को पकड़ा है. सहायक पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को सलारपुर गांव में अपराधियों के जमावड़ा होने की सूचना मिली थी.
इसी को लेकर गुरुवार की रात को सलारपुर गांव में छापेमारी की गयी. इस दौरान पुलिस ने घर और दलान को खंगाल डाला. इस मुहिम के तहत पुलिस को एक थ्री नट थ्री सरकारी राइफल, दो देशी कट्टे तथा 47 गोलियां मिलीं. इनमें थ्री नॉट थ्री की 10 गोलियां, 315 बोर की 17 गोलियां ,इनसास राइफल की दो गोलियां तथा एके-47 की 18 गोलियां मिलीं.
मौके पर राइफल साफ करने की चिंदी तथा बिंडोलिया भी मिली है. सभी हथियार कपड़े में बांधकर पुआल में छिपाकर रखे गये थे. इस दौरान मौके पर धनंजय सिंह और उसके छोटे भाई मृत्युंजय सिंह को गिरफ्तार किया गया. बाढ़ के थानाध्यक्ष कामाख्या नारायण सिंह ने दोनों से सघन पूछताछ की है.
सरकारी राइफल मिलने से पुलिस हैरत में
बाढ़ के टाल क्षेत्र में सलारपुर गांव में पुलिस को सरकारी राइफल मिली है. इस राइफल के ऊपरी लकड़ी के बट के हिस्से में छेड़छाड़ कर उसे साधारण राइफल की शक्ल देने की कोशिश की गयी है. वहीं दूसरी तरफ राइफल के नंबर को भी मिटा दिया गया है. पुलिस को शक है कि 2007 में चोरी हुई पुलिस राइफल में ही यह भी राइफल शामिल है, जिसे गांव में छुपाया गया था.
घर से इनसास और एके 47 राइफल की गोलियां मिलने से पुलिस हैरत में है. पूरे मामले को लेकर पुलिस छानबीन में लगी हुई है. इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. आरोपितों को शनिवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने की तैयारी हो रही है.
होगी सघन जांच : एएसपी
बाढ़ की सहायक पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने बताया कि सरकारी राइफल की बरामदगी को लेकर जांच- पड़ताल शुरू कर दी गयी है. वहीं प्रतिबंधित हथियारों की गोलियां मिलने के मामले को लेकर सघन जांच करायी जा रही है. पुिलस यह जांच कर रही है िक यह राइफल अपरािधयों तक कैसे पहुंची.