मुजफ्फरपुर : बालिका गृह की बच्चियों को ब्रजेश ठाकुर शारीरिक तौर पर भीप्रताड़ित करता था. एक पीड़िता ने सीबीआई की इंस्पेक्टर विभा कुमारी को बयान दिया था कि वह एक बार साहू रोड स्थित बालिका गृह से भाग कर बगल के पड़ोसी के घर छिप गयी थी. बाद में पड़ोसी ने ब्रजेश सर को जानकारी दी. उसे बुला कर जम कर पिटाई की गयी. हालांकि अब वह पढ़ कर डॉक्टर बनना चाहती है.
उसने बताया था कि ब्रजेश सर के साथ ज्यादातर समय एक आदमी आता था, जिसे मास्टर वह बोलते थे. वह डंडे से बच्चियों को मारा करता था. उसके नाक के पास एक बड़ा तिल है. उसने कहा कि कीड़े वाली दवा के साथ सफेद, ग्रीन व पिंक वाली दवा खिलायी जाती थी. उसने बयान में किरण पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह गंदी आंटी है.
तीन गाड़ियों से कौन आया था बालिका गृह
पीड़िता ने बयान दिया था कि एक दिन तीन गाड़ियों से लोग आये थे. एक औरत पार्टी कपड़ा पहने थीं. सजी धजी उतरी थी, फिर वह गाड़ी में बैठ गयी. छह बच्चियों को नीचे ले जाया गया. तीन चार घंटे बाद वह रोते हुए ऊपर आयी थीं. उनका कपड़ा फटा था. पीड़िता के बयान पर सीबीआई बालिका गृह में आने जाने वाले की सूची भी बनायी है.लेकिन गाड़ी से आने वाले का सुराग नहीं मिल पाया है
निरीक्षण के दिन होता था अच्छा व्यवहार. उसने कहा कि जिस दिन बालिका गृह में कोई निरीक्षण के लिए आता था तो बच्चियों को तैयार कर क्लास रूम में बैठाया जाता था. उस दिन सभी के साथ अच्छा व्यवहार हाेता था.
गुड्डू को दूंगी कड़ी सजा. अगर मुझे किसी को सजा देना होगा तो गुड्डू को कड़ी सजा दूंगी. वह अच्छा व्यक्ति नहीं है. ब्रजेश का स्टाफ गुड्डू नीचे न्यूज पेपर में काम करता था.
ब्रजेश के इशारे पर वह बालिका गृह में आता जाता था.
मुजफ्फरपुर. स्वाधार गृह मामले में जेल में बंद शाइस्ता प्रवीण उर्फ मधु ,कृष्णा राम और रामानुज ठाकुर उर्फ मामा की पेशी खुदीराम बोस केंद्रीय कारा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बुधवार को प्रभारी एसीजेएम सह सबजज-1 के समक्ष करायी गयी. इसके बाद न्यायालय ने पेशी के लिए 10 फरवरी की अगली तिथि निर्धारित की है. पूर्व से बालिका गृह कांड में जेल में बंद मधु को स्वधार गृह कांड को लेकर महिला थाने में दर्ज मामले में अनुसंधानक के आवेदन पर 7 जनवरी, 2019 को रिमांड किया गया था, तब से वह स्वाधार गृह मामले में न्यायिक हिरासत में जेल मे बंद हैं.