शानदार भविष्य का आगाज
हमारे करियर की दिशा तय करने में चुने गये विषय एवं कोर्स के साथ-साथ शैक्षणिक संस्थान की भी अहम भूमिका होती है. लेकिन कई बार जानकारी के अभाव में बहुत से प्रतिभावान छात्र किसी अच्छे संस्थान में प्रवेश पाने से वंचित रह जाते हैं. आप अगर स्टेटिस्टिक्स, मैथमेटिक्स, क्वान्टिटेटिव इकोनॉमिक्स, क्वालिटी मैनेजमेंट साइंस आदि विषयों की पढ़ाई किसी प्रतिष्ठित संस्थान से करना चाहते हैं, तो आपको भारतीय सांख्यिकी संस्थान (आईएसआई) के बारे में जरूर जानना चाहिए.
आईएसआई के बारे में जानें
भारतीय सांख्यिकी संस्थान सांख्यिकी, मूलभूत विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान के अध्ययन और अनुसंधान के लिहाज से देश का सबसे प्रतिष्ठित एवं प्रमुख केंद्र है. वर्ष 1931 में स्थापित इस संस्थान में बैचलर कोर्स, मास्टर कोर्स, पीजी डिप्लोमा कोर्स से लेकर रिसर्च प्रोग्राम तक उपलब्ध हैं. आईएसआई का मुख्यालय कोलकाता में स्थित है और इसके चार कैंपस दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई और तेजपुर में हैं. यह संस्थान शैक्षणिक सत्र 2019-20 के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश का मौका लेकर आया है. आवेदन की प्रक्रिया 5 फरवरी, 2019 से शुरू होगी.
कोर्स, जिनमें ले सकते हैं प्रवेश
बैचलर कोर्स : तीन वर्षीय बैचलर ऑफ स्टेटिस्टिक्स (बी स्टैट)(ऑनर्स) एवं बैचलर ऑफ मैथमेटिक्स (बी मैथ्स) (ऑनर्स) कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं.
मास्टर कोर्स : दो वर्षीय मास्टर कोर्स कई विषयों में उपलब्ध हैं. मास्टर ऑफ स्टेटिस्टिक्स (एम स्टैट), मास्टर ऑफ मैथमेटिक्स (एम मैथ्स), क्वान्टिटेटिव इकोनॉमिक्स में मास्टर आॅफ साइंस (एमएस क्यूई), क्वालिटी मैनेजमेंट साइंस में मास्टर आॅफ साइंस (एमएस क्यूएमएस), लाइब्रेरी एंड इन्फॉर्मेशन साइंस में मास्टर आॅफ साइंस (एमएस एलआईएस), कंप्यूटर साइंस में एमटेक (एमटेक सीएस), क्रिप्टोलॉजी में एंड सिक्योरिटी में एमटेक (सीआरएस एमटेक), क्वालिटी, रिलायबिलिटी एंड ऑपरेशंस रिसर्च में एमटेक (एमटेक क्यूआरओआर) कोर्स कर सकते हैं.
पीजी डिप्लोमा कोर्स : कंप्यूटर एप्लीकेशन, स्टेटिस्टिकल मैथड एंड एनालिटिक में एक वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा (पीजीडी) काेर्स कर सकते हैं.
जूनियर रिसर्च फेलोशिप : स्टेटिस्टिक्स, मैथमेटिक्स, क्वान्टिटेटिव इकोनॉमिक्स, कंप्यूटर साइंस, क्वालिटी, रिलायबिलिटी एंड ऑपरेशंस रिसर्च, फिजिक्स एंड अप्लाइड मैथमेटिक्स, जियोलॉजी, लाइब्रेरी एंड इन्फॉर्मेशन साइंस, बायोलॉजिकल साइंस में जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) के लिए आवेदन कर सकते हैं.
प्रवेश के लिए योग्यता
मैथमेटिक्स एवं इंग्लिश विषयों के साथ 12वीं या समकक्ष परीक्षा पास करनेवाले अभ्यर्थी बी स्टेट एवं बी मैथ्स में प्रवेश के लिए आवेदन के योग्य माने जायेंगे.
स्टेटिस्टिक्स में संभावनाएं
भारत समेत दुनियाभर में पेशेवर स्टेटिस्टिशियन की मांग है. योग्यता प्राप्त स्टेटिस्टिशियन के लिए पब्लिक सेक्टर ऑर्गनाइजेशन, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन, प्रमुख कॉरपोरेट समूहों और निजी कंपनियों में नौकरी के अवसर उपलब्ध हैं. स्टेटिस्टिक्स में ग्रेजुएशन के बाद इंडियन स्टेटिस्टिकल सर्विसेज, इंडियन इकोनाॅमिक सर्विसेज और सिविल सर्विसेज की परीक्षा में सफलता हासिल कर बतौर गवर्नमेंट ऑफिसर आगे बढ़ सकते हैं. कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयाें में अध्यापन, सांख्यिकीय अनुसंधान एवं परामर्श के लिए स्टेटिस्टिशियन नियुक्त किये जाते हैं. इसके अलावा स्टेटिस्टिशियन के लिए रिसर्च, फाइनेंशियल मार्केट, एग्रीकल्चर सेक्टर, पॉपुलेशन स्टडीज, इलेक्शन कैंपेन, हेल्थ केयर, मार्केटिंग एंड सेल्स, इंश्योरेंस आदि क्षेत्रों में भी मौके हैं.
क्वान्टिटेटिव इकोनॉमिक्स में मौके
क्वान्टिटेटिव इकोनॉमिक्स यानी मात्रात्मक अर्थशास्त्र में वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, वितरण और उपभोग के लिए संसाधनों का उपयोग, मुद्रास्फीति और बेरोजगारी आदि का अध्ययन किया जाता है. क्वान्टिटेटिव इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन एवं पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद आप फाइनेंशियल एनालिस्ट, इकोनॉमिक फोरकास्टर, इंटर्नल ऑडिटर, बेनिफिट एनालिस्ट, पोर्टफोलियो एडमिनिस्ट्रेटर आदि के तौर पर भविष्य बना सकते हैं.
मैथमेटिक्स में करियर
मैथमेटिक्स में यूजी/ पीजी के बाद व्यापक संभावनाएं हैं. मैथमेटिक्स की पढ़ाई करनेवालों की स्टेटिस्टिक्स, इंजीनियरिंग, फिजिकल साइंस, कंप्यूटर साइंस, इंश्योरेंस, इकोनॉमिक्स, एस्ट्रोनॉमी, बैंकिंग एवं अकाउंटेंसी के क्षेत्र में मांग है. मैथमेटिक्स में उच्च शिक्षा हासिल करनेवालों के लिए शिक्षण और अनुसंधान के क्षेत्र में आगे बढ़ने की व्यापक संभावनाएं हैं. इस विषय के साथ आप ऑपरेशन रिसर्च एनालिस्ट, कंप्यूटर सिस्टम एनालिस्ट, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, टीचिंग, बैंकर, मैथमेटिशियन के तौर पर अपनी पहचान बना सकते हैं.