भुवनेश्वर : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को ओडिशा में एक रैली को संबोधित करने पहुंचे हैं. इससे पहले उन्होंने भुवनेश्वर में टाउनहॉल में एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा और आरएसएस पर जमकर हमला किया. उन्होंने कहा कि आरएसएस पावर सेंटर बनना चाहता है. मंत्रियों के ओएसडी नागपुर से नियुक्त किये गये हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि सत्ता का विकेंद्रीकरण जरूरी, जनता के हाथ में शक्तियां दी जानी जरूरी. कृषि क्षेत्र में भारी बदलाव की जरूरत है, पिछले 5 सालों मे छोटे उद्योंगो को नष्ट कर दिया गया. भाजपा और बीजेडी का मॉडल बिल्कुल एक तरह का है, गुजरात मॉडल में राज्य का बड़ा उद्योगपति मुख्यमंत्री की मदद करता है.
उन्होंने कहा कि हमारी प्रक्रिया डायनमिक है, हम लोगों की बात सुनते हैं. मिस्टर नरेंद्र मोदी की तरह नहीं, जो सबुकुछ जानते हैं और फीडबैक की संभावना नहीं. यही हमारे और भाजपा के बीच मुख्य अंतर है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हमे चीन से मुकाबला करना होगा, चीन नौकरियां देने के मामले में हमारी सबसे बड़ी चुनौती है.
राहुल गांधी ने कहा कि ओडिशा एक विकेंद्रीकृत समाज है. ऐसी सोच कि एक व्यक्ति करोड़ों लोगों के सवालों का जवाब दे सकता है, इस पर मैं मूल रूप से विश्वास नहीं करता. यदि भारत को उन्नति करना है तो ओडिशा के लोगों की आवाज़ को भी इसमें शामिल होना होगा. मैं ये नहीं कह रहा हूं कि शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में निजी क्षेत्र की कोई भूमिका नहीं है, लेकिन मानक सार्वजनिक क्षेत्र द्वारा तय होने चाहिए.
उन्होंने कहा कि आइआइटी जैसे सार्वजनिक संस्थानों को 21वीं सदी के संस्थानों में बदलने की जरूरत है. यही काम स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में भी करना होगा. रोजगार की सबसे बड़ी चुनौती ये है कि भारत ने उत्पादन बंद कर दिया है. उत्पादन पर आज पूरी तरह से चीन का कब्ज़ा है. भारत एकमात्र ऐसा देश है जो इस चुनौती का जवाब दे सकता है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हम कृषि संकट से कैसे निपटते हैं और नौकरी संकट से कैसे निपटते हैं, ये सबसे बड़ी चुनौती है.