कोलकाता : आइआइटी खड़गपुर और जापान के विदेशी तकनीकी सहयोग एवं सतत भागीदारी संघ (एओटीएस) ने साझा परियोजनाओं की सुगमता के लिये अनुसंधान केंद्र बनाने के लिये सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये हैं. आइआइटी खड़गपुर की ओर से गुरुवार को जारी बयान में कहा गया है कि दोनों संगठन प्रौद्योगिकी और प्रबंधन के क्षेत्र में अत्याधुनिक संयुक्त प्रमाणन पाठ्यक्रम तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे.
इससे दोनों देशों में संकाय-विशेषज्ञों द्वारा संयुक्त रूप से शिक्षा दी जायेगी. साझेदारी में छात्रों के पेशेवर विकास पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा. आइआइटी, खड़गपुर के निदेशक पीपी चक्रवर्ती ने कहा कि जापान शहरी विज्ञान और बुनियादी ढांचे, उन्नत विनिर्माण, तेज रफ्तार ट्रेनों की सुविधा जैसे क्षेत्रों में वैश्विक नेता है.
वहीं भारत सूचना प्रौद्योगिकी, डाटा विज्ञान, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और स्टार्टअप के क्षेत्र विशेषज्ञ के रूप में उभरा है. उन्होंने कहा कि आइआइटी, खड़गपुर में प्रस्तावित केंद्र भारत और जापान की कार्य संस्कृति के अनुसार इन क्षेत्रों में सहयोगी परियोजनाओं और प्रशिक्षण मॉड्यूल की सुविधा प्रदान करेगा. हस्ताक्षरित एमओयू के अनुसार, छात्रों को शिक्षा के साथ इंटर्नशिप करने की सुविधा दी जायेगी. इसके अलावा संस्थान में रोजगार को बढ़ावा देने वाली संयुक्त शैक्षणिक और व्यावसायिक गतिविधियां शुरू की जायेंगी.