नयी दिल्ली : इवीएम हैकिंग विवाद के तीन दिन बाद मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा का मामले पर बयान आया है. अरोड़ा ने साफ कहा है कि वापस बैलट पेपर्स से चुनाव नहीं कराए जाएंगे. गुरुवार को राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि मैं आपको यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम वापस बैलट पेपर्स के दौर में नहीं लौटने जा रहे हैं. यहां चर्चा कर दें कि पिछले दिनों ही लंदन में हैकथॉन के दौरान एक कथित साइबर एक्सपर्ट सैयद शुजा ने दावा किया था कि वह ईवीएम डिजाइन टीम का सदस्य रह चुका है और भारत में इस्तेमाल हो रही इवीएम को हैक वह कर सकता है.
शुजा ने यह भी दावा किया था कि 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान धांधली हुई थी. शुजा के दावों के बाद चुनाव आयोग हरकत में आया और उसने दिल्ली पुलिस को खत लिखकर पूरे मामले की जांच की मांग की. मामले को लेकर संसद मार्ग थाने ने केस भी दर्ज कर लिया गया है. शुजा के दावे के बाद विपक्षी दलों की ओर से भी प्रतिक्रिया आयी और बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग उठी.
शुजा के इसी दावों और विपक्षी पार्टियों की मांग पर गुरुवार को सुनील अरोड़ा ने कहा कि हम इवीएम और वीवीपीएटी का उपयोग करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि हम किसी भी पक्ष जिसमें राजनीतिक पार्टियां भी शामिल हैं, की आलोचना और फीडबैक को सुनने का काम करेंगे. अरोड़ा ने यह भी कहा कि हम इन सबसे डरने या परेशान होने वाले नहीं हैं. बैलट पेपर्स का दौर फिर से नहीं लौटेगा.