तोक्यो : वित्तीय अनियमितता का आरोप झेल रहे निसान के पूर्व प्रमुख कार्लोस घोसन के फिलहाल हिरासत में ही रहने की संभावना है. तोक्यो की अदालत ने मंगलवार को घोसन की जमानत अर्जी खारिज कर दी. अदालत से इसी तरह के फैसले की संभावना जताई जा रही थी. खुद घोसन के वकील का कहना है कि उनके मुवक्किल को मुकदमे की सुनवाई तक जेल में रहना पड़ सकता है.
वित्तीय अनियमितता के आरोपों में 19 नवंबर को घोसन की गिरफ्तार किया गया था. घोसन ने सोमवार को सार्वजनिक रूप से बयान जारी करके कहा था कि वह जापान में ही रहेंगे और जरूरी हुआ तो इलेक्ट्रिॉनिक टैग भी पहन लेंगे. उन्हें लग रहा था कि इन कदमों से वह अदालत को मना लेंगे कि उनका जापान से भागने का कोई इरादा नहीं है.
यही नहीं, घोसन ने अपने तीन पासपोर्ट जमा करने, एक इलेक्ट्रॉनिक टैगिंग उपकरण पहनने और जमानत की राशि बढ़ाने की भी बात की थी. घोसन ने अपनी निगरानी के लिये अभियोजन पक्ष की मंजूरी से सुरक्षा कर्मी रखने का भी वादा किया था और कहा था कि वह मामले से जुड़े किसी भी शख्स से संपर्क नहीं करेंगे.
उन्होंने बयान में कहा था, "यदि अदालत उनकी जमानत अर्जी पर विचार करती है तो मैं बताना चाहता हूं कि मैं जापान में ही रहूंगा और जमानत की सभी शर्तों का सम्मान करूंगा."