दुर्जय पासवान, गुमला
गुमला के घोर नक्सल प्रभावित घाघरा प्रखंड के एक गांव में नाबालिक लड़की को पहले अगवा किया गया. फिर 24 घंटे तक बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया. घटना के बाद जब पीड़िता व उसके परिवार के लोग थाना आ रहे थे, तो जान से मारने की धमकी दी गयी. वहीं आरोपी के पक्ष में करीब 35 से 40 युवक खड़े हो गये. वे लोग पीड़ित परिवार पर दबाव बना रहे थे कि दो लाख रुपये लेकर मामले को रफा दफा करो.
लेकिन इस धमकी के बाद भी शुक्रवार को पीड़िता ने घाघरा थाना में आरोपी महेंद्र उरांव के खिलाफ केस दर्ज कराया है. केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं पीड़िता का गुमला सदर अस्पताल में मेडिकल जांच कराया गया.
शौच करने बाहर गयी, तो अगवा कर लिया
पीड़िता ने बताया कि उसके घर में शौचालय नहीं है. वह बीते बुधवार की रात 8 बजे शौच के लिए घर से बाहर निकली थी. उसी वक्त महेंद्र उरांव उसे जबरन उठाकर एक घर में ले गया. जहां पहले से दो युवक सो रहे थे. दोनों युवकों को महेंद्र ने धमकाकर घर से भगा दिया. फिर नाबालिक के साथ रात में कई बार दुष्कर्म किया.
अगले दिन गुरुवार को भी कई बार दुष्कर्म किया. लड़की जब वहां से जाना चाही तो उसे कमरे में बंद कर दिया. कुछ काम से जब महेंद्र कमरे से बाहर निकला, तो मौके का फायदा उठाकर लड़की वहां से भाग गयी. वह अपने घर पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी परिजनों को दी. जब लड़की भाग कर घर पहुंची और थाना जाने लगी तो आरोपी व उसके 35-40 दोस्तों ने गांव में बैठक की.
बैठक में पीड़िता व उसके परिजनों को बुलाया गया. बैठक में पीड़िता के परिजनों को धमकाया गया कि केस नहीं करना है. दो लाख रुपये लेकर मुंह बंद रखने की धमकी दी गयी. लेकिन शुक्रवार को कुछ लोगों ने पीड़ित परिवार की मदद की. इसके बाद पीड़ित परिवार थाना पहुंचे. पीड़िता के बयान के बाद केस दर्ज किया गया.
गांव के युवक दबंगई दिखा रहे हैं
नाबालिक की इज्जत लूट गयी. उसका रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार के लोग भी सदमे में हैं. वहीं दूसरी तरफ आरोपी को बचाने के लिए उसके दोस्त लोग दबंगई दिखा रहे हैं. लगातार पीड़ित परिवार को धमकी दी जा रही है. परिजनों ने कुछ अनहोनी की आशंका व्यक्त की है.