।। दुर्जय पासवान ।।
जानकारी के अनुसार सुमित्रा अपने घर महादानी मंदिर बेड़ो से गाय का चारा लाने के लिए पोती को लेकर निकली थी. परंतु वह नशे की हालत में भरनो पहुंच गयी. उक्त महिला भरनो के मलगो गांव निवासी राजू गोप की बहन की सास है.
महिला भरनो से पैदल पोती को लेकर अपने समधी के घर मेहमानी मलगो गांव जा रही थी. परंतु मलगो से पहले छापरगढ़ा के रास्ते पर खेत में महिला पोती को लेकर सो गयी. उनके पास गर्म कपड़े भी नहीं थे. बच्ची रातभर दादी के साथ लिपटकर सोये रही. सुबह ग्रामीणों ने दोनों को देखा. तो महिला मर चुकी थी. इसकी सूचना गांव में आग की तरह फैल गयी.
बच्ची की नानी भी वहां पहुंची. तब बच्ची ने नानी को पहचाना. मामा बच्ची को लेकर सीएचसी भरनो पहुंचे. जहां उसका इलाज कराया. बच्ची बिलकुल स्वस्थ है. बच्ची के पिता रमेश गोप है ने बताया कि उन्हें यह पता नहीं था कि उसकी मां उसकी बेटी को लेकर मलगो गयी हैं. वहीं बच्ची के परिजन गांव पहुंचकर बच्ची को अपने साथ ले गये.
* खुद मर गयी, लेकिन पोती की जान बचायी
जब लोग घटना स्थल पहुंचे तो दादी की गोद में पोती लिपटी हुई थी. उसे ठंड भी लग रही थी, लेकिन दादी की गोद में लिपटे रहने के कारण उसे ठंड का असर ज्यादा नहीं हुआ. कुछ लोग कह रहे थे, ठंड से दादी मर गयी, लेकिन अपनी पोती की जान बचा ली.