बॉलीवुड अभिनेता कादर खान के निधन की खबरों को उनके बेटे सरफराज ने खारिज किया है. सरफराज ने बताया कि उनके पिता कनाडा के अस्पताल में भर्ती हैं. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि यह बातें फर्जी है और सिर्फ और सिर्फ अफवाहें हैं, मेरे पिता अस्पताल में ही हैं. कादर खान अपने बेटे के साथ विदेश में रह रहे हैं. दरअसल अभिनेता को सांस लेने में हो रही दिक्कत के चलते उन्हें बाइपैप वेंटिलेटर पर रखा गया है. डॉक्टर्स की टीम उनकी इलाज कर रही है.
कादर खान के बीमार होने के बाद सोशल मीडिया पर अफवाह उड़ गई कि उनका निधन हो गया है. लेकिन उनके बेटे ने इसे मात्र अफवाह बताया है. सोशल मीडिया पर तो ऐसी खबरें पहले से चल रही थी लेकिन ऑल इंडिया रेडियो के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी उनकी मृत्यु की खबर ट्वीट की गई.
इसके बाद कई मीडिया पोर्टल्स ने कादर खबर की मौत की खबर चला दी. हालांकि उनके बेटे ने ऐसी खबरों को पूरी तरह अफवाह करार दिया है. सरफराज अपने पिता कादर खान का पूरा ख्याल रख रहे हैं लेकिन अभिनेता की हालत नाजुक बनी हुई है.
कादर खान का जन्म 22 अक्टूबर, 1937 को काबुल में हुआ. उन्होंने 1973 में ‘दाग’ फिल्म से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की. इसमें राजेश खन्ना मुख्य भूमिका में थे. इससे पहले वह रणधीर कपूर और जया बच्चन की फिल्म ‘जवानी-दिवानी’ के लिए संवाद लिख चुके थे.
एक पटकथा लेखक के तौर पर खान ने मनमोहन देसाई और प्रकाश मेहरा के साथ कई फिल्में लिखी. उन्होंने देसाई के साथ मिलकर ‘ धर्म वीर’, ‘गंगा जमुना सरस्वती, ‘कुली’ ‘देश प्रेमी’, ‘सुहाग’ ‘अमर अकबर एंथनी’ और मेहरा के साथ ‘ज्वालामुखी’, ‘ शराबी’, ‘लावारिस’ और ‘मुकद्दर का सिकंदर’ जैसी फिल्में लिखी. खान ने ‘कुली नंबर 1′, ‘ मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी’, ‘कर्मा’, ‘सल्तनत’ जैसी फिल्मों के संवाद लिखे. वह अब तक करीब 300 फिल्मों में काम कर चुके हैं और 250 से ज्यादा फिल्मों के संवाद लिख चुके हैं.