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फुलवारीशरीफ : नाराज तेजप्रताप ने थाने में दिया धरना

इंस्पेक्टर ने कहा, मैं किसी तेजप्रताप को नहीं जानता फुलवारीशरीफ : राजद विधायक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव गुरुवार को फुलवारी थाना परिसर पर थाना प्रभारी की बरखास्तगी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गये. करीब एक घंटे तक थाना परिसर में जमे रहे तेजप्रताप ने कहा कि थाना प्रभारी ने उनके साथ […]

इंस्पेक्टर ने कहा, मैं किसी तेजप्रताप को नहीं जानता
फुलवारीशरीफ : राजद विधायक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव गुरुवार को फुलवारी थाना परिसर पर थाना प्रभारी की बरखास्तगी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गये.
करीब एक घंटे तक थाना परिसर में जमे रहे तेजप्रताप ने कहा कि थाना प्रभारी ने उनके साथ बदसलुकी की है. धरने पर उनके बैठने की खबर जब मामा साधु यादव को मिली तो वो भी फुलवारी पहुंचे. तेजप्रताप की नाराजगी इस बात को लेकर थी कि जब राजद कार्यालय से एक महिला फरियादी की शिकायत को लेकर थाना प्रभारी से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि मैं किसी तेज प्रताप को नहीं जानता.
नाराज तेज प्रताप अपने समर्थकों के साथ फुलवारी थाना पहुुंच गये. उन्होंने कहा कि थाना परिसर में शराब की बोतल दिखी है. थाना प्रभारी ने जन प्रतिनिधि का अपमान किया है. ऐसे थाना प्रभारी को बरखास्त कर देना चाहिये. तेजप्रताप ने राजद कार्यालय से मोबाइल फोन पर महिला के गायब होने तथा हत्या की आशंका के संदर्भ में प्राथमिकी दर्ज करने को कह रहे थे.
तेजप्रताप यादव के फुलवारीशरीफ थाना पहुंचने और धरना पर बैठे के बाद पीड़ित महिला की शिकायत के अालोक में एफआइआर दर्ज कर ली गयी, जिसकी कांड संख्या 1063 / 18 है. इसके बाद तेजप्रताप यादव थाने से निकले और इंस्पेक्टर कैसर आलम के निलंबन व बरखास्तगी की मांग करते हुए कहा कि जरूरत पड़ी तो वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी बात करेंगे.तेजप्रताप यादव ने पुलिस को नसीहत देते हुए कहा कि सुधर जाइए राजद का शासन आने वाला है.
उन्होंने कहा कि भाजपा और जदयू के राज में पुलिस आम जनता से रंगदारी से बात करती है.दूसरी ओर फुलवारी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कैसर आलम ने कहा कि उन्हें जब पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव ने कॉल किया तो उन्होंने उनसे कोई बदतमीजी से बात नहीं की, बल्कि उन्होंने बताया की इस तरह का मामला मेरे पास नहीं आया है. यह मामला करीब छह माह पहले का है जब वे यहां थानेदार भी नहीं थे.
यह है मामला
तेजप्रताप यादव की जनता दरबार में फुलवारी क पलंगा की एक महिला मंजू लता अपनी बहन सुषमा की गुमशुदगी और हत्या की आशंका को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराने की फरियाद लेकर पहुंची थी.
उसका कहना था कि थानाध्यक्ष ने बदसूलकी करते हुए एफआइआर दर्ज नहीं की. मंजू लता की बड़ी बहन सुषमा देवी का करीब 14 साल पहले टमटम पड़ाव के पास संगत पर रहने वाले हरेंद्र कुमार से शादी हुई थी. दंपती को तीन बच्चे भी हुए थे. सुषमा के परिजनों ने हरेंद्र पर ही जलाकर हत्या करके लाश गायब करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराना चाह रहे थे. दूसरी ओर सुषमा के पति हरेंद्र ने इसी थाना में 21 मई, 2018 को अपनी पत्नी की गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था. इस संबंध में फुलवारी थाना में 376 / 18 कांड संख्या दर्ज हुआ था.
महिला की शिकायत सुनने के बाद तेजप्रताप यादव ने फुलवारीशरीफ थानेदार इंस्पेक्टर कैसर आलम से मोबाइल पर बात की. इसके बाद तेजप्रताप यादव अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ फुलवारीशरीफ थाना पहुंचे और थाना परिसर में ही धरने पर बैठ गये. थाने में तेजप्रताप और थानेदार के बीच काफी बहस हुई.

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