पटना : राजधानी के पाटलिपुत्र स्थित इंटरनेशनल स्कूल में छात्राओं के मोजे (स्टॉकिंग्स) खोलवाने के खिलाफ स्कूल प्रबंधन की सोमवार को बैठक के दौरान लामबंद हुए अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया. मालूम हो कि बीते दिनों स्कूल में पुराना मोजा पहन कर आने पर ठंड में छात्राओं के मोजे (स्टॉकिंग्स) खोलवा कर कक्षा से बाहर कर दिया गया था.
जानकारी के मुताबिक, राजधानी के पाटलिपुत्र स्थित इंटरनेशनल स्कूल में छात्राओं को पुराना मोजा पहन कर आने की सजा दिये जाने के बाद मामले के तूल पकड़ने पर सोमवार को सुबह नौ बजे अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन के बीच बैठक होनी थी. सोमवार को बैठक के दौरान छात्राओं के मोजे (स्टॉकिंग्स) खोलवाने को लेकर लामबंद हुए अभिभावकों ने स्कूल की प्रिंसिपल के चेंबर में जमकर हंगामा किया. साथ ही अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए छात्राओं के साथ अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाते हुए नारेबाजी भी की. हालांकि, बाद मेंइंटरनेशनल स्कूल प्रशासन ने दुर्व्यवहार मामले में अपनी गलती स्वीकार की. इसके बाद मामला ठंडा पड़ा.
क्या है मामला?
घटना के संबंध में बताया जाता है कि शनिवार को स्कूल की छात्राएं पुराना मोजा पहन कर स्कूल पहुंची, तो उनके मोजे (स्टॉकिंग्स) खोलवा कर कक्षा से बाहर कर दिया गया. कक्षा दस की करीब चार दर्जन छात्राओं को कक्षा से बाहर किये जाने से क्षुब्ध छात्राओं ने स्कूल कैंपस में हंगामा मचाया. लेकिन, स्कूल प्रबंधन ने उनकी एक ना सुनी. अभिभावकों का कहना है कि स्कूल में अब सर्दियों की छुट्टी होनेवाली है और स्कूल प्रबंधन की ओर से नया मोजा खरीदने का दबाव बनाया जा रहा है. नये मोजे की कीमत करीब 400 रुपये है. अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाया कि स्कूल के यूनिफॉर्म में हर साल थोड़ा बदलाव कर दिया जाता है. उसके बाद नया यूनिफॉर्म पहन कर आने का दबाव दिया जाता है. संबंधित छात्राओं को भी यूनिफॉर्म के साथ नये मोजा पहन कर आने को कहा गया था. अब जब सर्दी की छुट्टी होनेवाली है, तो छात्राओं को नये मोजे पहन कर नहीं आने पर पुराने मोजे खोलवा कर बाहर किये जाने पर छात्राओं ने विरोध जताया. साथ ही छात्राओं को स्कूल की दूसरी बिल्डिंग में जाकर प्रबंधन से बात करने की सलाह दी गयी.