– हत्या में शामिल चार लोग गिरफ्तार, एक मोटरसाइकिल बरामद
गढ़वा : माता-पिता अपने संतान का घर बसाकर उसे खुश देखना चाहते हैं. लेकिन ठीक उसके उल्टे एक माता पिता ने अपने बेटे का घर बसने से पहले ही उजाड़ दिया. पिता ने बेटी के प्रेमी को सुपारी देकर बेटे की प्रेमिका की हत्या करवा दी. हत्या में शामिल लड़के के माता-पिता, बहन एवं उसके प्रेमी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. हत्या में उपयोग किया गया मोटरसाइकिल भी बरामद कर लिया गया है.
उक्त बातें रविवार को गढ़वा थाना में एसडीपीओ विजय कुमार ने प्रेस वार्ता के दौरान कही. उन्होंने कहा कि भंडरिया थाना क्षेत्र के सिकरी गांव निवासी अमोन केरकेट्टा अपनी बेटी कृति किस्पोट्टा के अपहरण का मामला भंडरिया थाने में दर्ज कराया था. पुलिस ने मामले की छानबीन करते हुए कृति के मोबाइल डीटेल्स के माध्यम से हत्या में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की.
गिरफ्तार होने वालों में मझिआंव थाना क्षेत्र के ऊंचरी गांव निवासी ब्रजेश पांडेय, भंडरिया थाना क्षेत्र के जमोती गांव निवासी अनिल किस्पोट्टा, पत्नी उर्सुला किस्पोट्टा तथा बेटी उर्स किस्पोट्टा का नाम शामिल है. एसडीपीओ विजय कुमार ने बताया कि मृतिका कृति, अनिल किस्पोट्टा के बेटे अभय से प्यार करती थी. उससे शादी करना चाहती थी. लेकिन घर वाले इस शादी के खिलाफ थे. क्योंकि लड़की काफी गरीब परिवार से ताल्लुक रखती थी.
अनिल किस्पोट्टा ने कृति को मरवाने का फैसला किया. अनिल ने अपनी बेटी के प्रेमी ब्रजेश को 50 हजार में मर्डर की सुपारी दे दी. अग्रिम के रूप में 30 हजार रुपये भी दे दिये. शेष काम होने के बाद देने की बात कही. ब्रजेश ने पैसे लेने के बाद कृति से संपर्क किया. कृति जीएलए कॉलेज डाल्टनगंज में बीए पार्ट वन की छात्रा थी. वह बहुत गरीब परिवार से थी.
ब्रजेश उसे नौकरी का झांसा देकर भंडरिया से अपने बाइक पर उसे लेकर गढ़वा आया. पूरे दिन इधर से उधर घुमाने के बाद शाम को उसे मझिआंव थाना क्षेत्र के बोदरा गांव में हत्या कर एक कुएं में फेंक दिया. कृति जिस दिन गायब हुई थी. उसी दिन उसकी हत्या कर दी गयी थी. शव मिलने के बाद थाना में यूडी कांड दर्ज किया गया था.
परिजनों ने मृतिका के कपड़े से उसकी पहचान कृति के रूप में की. इस पूरे घटना के बाद ब्रजेश लगातार अपना सिम बदलता रहा. पुलिस इन लोगों पर कड़ी नजर रखे हुए थी. शनिवार को उक्त चारों अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया. रविवार को सभी को जेल भेज दिया गया. प्रेस वार्ता में एसडीपीओ विजय कुमार के अलावे रमकंडा थाना प्रभारी आशीत कुमार सिंह सहित कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.