भोपाल :छिंदवाड़ा से नौ बार सांसद रहे कमलनाथ ही मध्यप्रदेश के अगले सीएम होंगे. कांग्रेस आलाकमान की तरफ से उनके नाम पर मुहर लग गयी है. वहीं, राज्य में कोई उप-मुख्यमंत्री नहीं होगा. इससे वह अटकल खारिज हो गया है जिसमें कहा जा रहा था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है.
‘सीएम पद मील का पत्थर साबित होगा’
मुख्यमंत्री बनने के बाद कमलनाथ ने कहा कि सीएम का पद उनके लिए मील का पत्थर साबित होगा. आनेवाला समय चुनौतियों से भरा है. हम एक नई शुरुआत करेंगे. वहीं उन्होंने अपने समर्थन के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया का शुक्रिया अदा किया है. कमलनाथ कल सुबह 10.30 बजे राज्यपाल से मिलने जाएंगे. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जनता ने जो भरोसा दिखाया है उसपर खरा उतरने की वो पूरी कोशिश करेंगे.
The two most powerful warriors are patience and time.
– Leo Tolstoy pic.twitter.com/MiRq2IlrIg
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 13, 2018
* राजस्थान में क्या है स्थिति – राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी फैसला नहीं लिया जा सका है. इधर सचिन पायलट और गहलोत के समर्थक हंगामा कर रहे हैं. हालांकि सचिन और गहलोत ने अपने समर्थकों से शांति बनाये रखने की अपील की है. सचिन ने मीडिया से भी अनुरोध किया है कि अफवाहों के आधार पर खबरें न चलाएं.
इधर अशोक गहलोत ने कहा, मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि शांत रहें, उन्होंने काफी मेहनत की है. जो भी निर्णय होगा, वह सभी को मान्य होगा. उन्होंने कहा, निर्णय जल्द ही होगा, चिंता की कोई बात नहीं है. थोड़ा इंतजार कीजिए, 3 राज्यों के सीएम पर फसैला होना है इसमें वक्त लगता है. पार्टी अध्यक्ष निर्णय लेंगे.
* छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को मुख्यमंत्री की घोषणा, राहुल ने खड़गे और पुनिया के साथ बैठक की
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के चयन के संदर्भ में बृहस्पतिवार रात वरिष्ठ नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे और पीएल पुनिया के साथ बैठक की. ऐसी खबर आ रही है कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री की घोषणा की जाएगी. मध्य प्रदेश और राजस्थान के पर्यवेक्षकों, प्रभारियों और दावेदारों के साथ बैठक के बाद गांधी ने छत्तीसगढ़ के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किये गये खड़गे और प्रभारी पुनिया से मुलाकात की.
छत्तीसगढ़ में शानदार जीत हासिल करने वाली कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलों का दौर जारी है. भूपेश बघेल, टी एस सिंह देव, ताम्रध्वज साहू और चरणदास महंत मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल माने जा रहे हैं.
नयी दिल्ली : मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के नाम पर अभी तक कोई सहमति नहीं बन पायी है. मध्यप्रदेश में जहां कमलनाथ का नाम आगे चल रहा है, वहीं राजस्थान में अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है. इधर कांग्रेस में बैनर-पोस्टर का खेल भी शुरू हो गया है. मध्यप्रदेश में पार्टी की ओर से बैनर लगाया है जिसमें कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनने पर बधाई भी दे दी गयी है. वहीं राजस्थान में सचिन पायलट के समर्थकों का लगातार हंगामा जारी है. समर्थक सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के लिए करौली सड़क को जाम कर दिया है.
समर्थकों के हिंसक प्रदर्शन के बाद सचिन पायलट ने शांति बनाये रखने की अपील की है. उन्होंने कहा, मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से शांति बनाये रखने के लिए अपील करता हूं. उन्होंने कहा, मुझे नेतृत्व पर पूर्ण विश्वास है. राहुल गांधी और सोनिया गांधी का जो भी फैसला होगा हम उसका स्वागत करेंगे. उन्होंने कहा, पार्टी के सम्मान को बनाए रखना हमारी ज़िम्मेदारी है.
Rajasthan: Supporters of Sachin Pilot block road in Karauli. pic.twitter.com/AlcUQntL0C
— ANI (@ANI) December 13, 2018
मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए जहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर नारेबाजी कर रहे हैं, वहीं कुछ समर्थक उनके लिए पूजा-पाठ और हवन कर रहे हैं. दूसरी तरफ राजस्थानमेंसचिन पायलट के समर्थक उनके लिए बुधवार से ही लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि पायलट को उप-मुख्यमंत्री बनाने की पेशकश की गयी है. बताया जा रहा है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट को दिल्ली में रोका गया है. वहीं, पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भी लंबी चर्चा की.
A poster congratulating Kamal Nath for being named CM is seen outside Congress office in Bhopal #MadhyaPradeshElections2018 pic.twitter.com/rsSketjeFp
— ANI (@ANI) December 13, 2018
इस बीच, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर चल रही खींचतान के बीच पार्टी की शीर्ष नेता सोनिया गांधी और अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को राहुल गांधी के आवास 12 तुलगक लेन पर बैठक हुई. बैठक में सोनिया और राहुल ने तीनों राज्यों के अगले मुख्यमंत्रियों के चयन को लेकर चर्चा की. इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष की बहन प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं. इससे पहले दिन में राहुल गांधी ने राजस्थान के लिए पर्यवेक्षक बनाए गए के सी वेणुगोपाल और मध्य प्रदेश के लिए पर्यवेक्षक बनाए गए ए के एंटनी के साथ बैठक की.
इस दौरान राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे और मध्य प्रदेश के पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया भी मौजूद थे. बाद में गांधी ने राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल अशोक गहलोत औेर सचिन पायलट से अलग-अलग मुलाकात की. मुख्यमंत्रियों के चयन के सवाल पर कांग्रेस अध्यक्ष ने संवाददाताओं से कहा, आप जल्द ही मुख्यमंत्रियों को देखेंगे. हम विधायकों, पार्टी कार्यकर्ताओं और अन्य की राय ले रहे हैं. मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए कमलनाथ को प्रबल दावेदार माना जा रहा है, जबकि राजस्थान में अशोक गहलोत मुख्यमंत्री पद की दौड़ में आगे माने जा रहे हैं.
हालांकि प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रमुख सचिन पायलट भी दौड़ में शामिल माने जा रहे हैं. मध्य प्रदेश में कमलनाथ के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया भी दौड़ में शामिल हैं. पर्यवेक्षकों ने बुधवार को जयपुर और भोपाल में पार्टी के नव निर्वाचित विधायकों से चर्चा की थी और उनकी राय ली थी.
पिछले 24 घंटे में गांधी की ओर से एक ऑडियो संदेश तीनों राज्यों में 7.3 लाख पार्टी कार्यकर्ताओं को भेजा गया जिसमें उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए उनकी राय पूछी गई. ऑडियो संदेश में उन्हें तीन मुख्य राज्यों में विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत के लिए नेताओं को बधाई देते हुए सुना गया. उन्होंने कहा, अब मैं आपसे एक अहम सवाल पूछना चाहता हूं : किसे मुख्यमंत्री बनना चाहिए? कृपया एक नाम बताये. आप जो नाम बताएंगे उसके बारे में केवल मुझे ही पता होगा. पार्टी में किसी को भी यह पता नहीं चलेगा.
छत्तीसगढ़ के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी मुख्यमंत्री पद के दावेदारों के संदर्भ में कांग्रेस अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट सौंपने वाले हैं. खड़गे ने नवनिर्वाचित विधायकों और मुख्यमंत्री पद के दावेदारों से मुलाकात की है. खबरों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष मुख्यमंत्री पद के दावेदारों- छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल, वरिष्ठ नेता टी एस सिंह देव, ताम्रध्वज साहू और चरणदास महंत से भी मुलाकात कर सकते हैं.