।। अजय विद्यार्थी ।।
कोलकाता : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत का चार दिवसीय बंगाल दौरे पर सोमवार से शुरू हो रहा है. चार दिवसीय दौरे के दौरान श्री भागवत दो दिनों तक उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी में तथा दो दिनों तक कोलकाता में प्रवेश करेंगे.
प्रवास के दौरान श्री भागवत सांगठनिक बैठक के साथ-साथ समाज के विभिन्न क्षेत्रों के विशिष्ट हस्तियों के साथ मुलाकात करेंगे. प्रस्तावित लोकसभा चुनाव व भाजपा का बंगाल में रथयात्रा के लेकर तृणमूल कांग्रेस से मचे घमासान के बीच श्री भागवत का बंगाल दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
पश्चिम बंगाल में आरएसएस के प्रवक्ता डॉ जिष्णु बसु ने कहा कि सरसंघचालक का बंगाल दौरान पूर्व निर्धारित हैं. इनका न तो भाजपा की रथयात्रा से कोई संबंध है और न ही अन्य किसी मसले से संबंध है. इस दौरा का निर्धारण छह माह पहले हुआ था. उन्होंने कहा कि श्री भागवत के बंगाल दौरे के दौरान सांगठनिक बैठक सहित अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है.
यह पूछे जाने पर क्या बैठक में राम मंदिर निर्माण का भी मुद्दा भी उठेगा. डॉ बसु ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण समाज की मांग है और संविधान के तीन स्तंभ राजनीति, प्रशासन तथा न्यायपालिका का सम्मान करते हुए राम मंदिर का निर्माण होगा.
उन्होंने कहा कि उन लोगों को पूर्ण विश्वास है कि राम मंदिर का निर्माण होगा. राम मंदिर का निर्माण केवल एक मंदिर का निर्माण नहीं है, वरन इस मंदिर के निर्माण के माध्यम से जनता में जागरुकता पैदा करना है. उन्होंने कहा कि हिंदु अस्मिता का भाव जगाना हमारा लक्ष्य है.
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं. बड़ी संख्या में अत्याचार के शिकार हिंदु प्लायन कर पश्चिम बंगाल आ रहे हैं,जबकि तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने राज्य में अपशासन व तुष्टीकरण की नीति अपना रही है.