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जलपाईगुड़ी : पुलिस पर हमले के आरोप में आठ भाजपा समर्थक गिरफ्तार
अदालत ने जमानत अर्जी खारिज कर 17 तक भेजा जेल कई भाजपा नेता फरार, पुलिस कर रही सरगर्मी से तलाश जलपाईगुड़ी : भाजपा की कूचबिहार जनसभा में शामिल होने जा रहे भाजपाइयों के साथ पुलिस की झड़प के सिलसिले में गिरफ्तार आठ भाजपा समर्थकों की जमानत अर्जी सीजेएम अदालत ने खारिज कर दी है. शनिवार […]
अदालत ने जमानत अर्जी खारिज कर 17 तक भेजा जेल
कई भाजपा नेता फरार, पुलिस कर रही सरगर्मी से तलाश
जलपाईगुड़ी : भाजपा की कूचबिहार जनसभा में शामिल होने जा रहे भाजपाइयों के साथ पुलिस की झड़प के सिलसिले में गिरफ्तार आठ भाजपा समर्थकों की जमानत अर्जी सीजेएम अदालत ने खारिज कर दी है.
शनिवार को अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेजते हुए 17 दिसंबर को अगली पेशी की तारीख तय की है. वहीं, भाजपा के कई स्थानीय नेता गिरफ्तारी से बचने के लिये जहां-तहां निकल गये हैं. जिला पुलिस उन सभी बड़े-छोटे नेताओं को तलाश रही है जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से धूपगुड़ी के झड़प कांड में शामिल थे.
शनिवार को गिरफ्तार आठ आरोपियों को जलपाईगुड़ी के कोर्ट में पेश किया गया, जहां सीजेएम श्रीनिवास प्रसाद के समक्ष आरोपियों के पक्ष से भाजपा के वकील शिवशंकर दत्त ने जमानत की अर्जी दी, लेकिन उसे नामंजूर कर दिया गया. वहीं, सहायक सरकारी अधिवक्ता प्रदीप चटर्जी ने कहा कि भाजपा को सभा की अनुमति नहीं मिली थी. ऊपर से पुलिस से मारपीट की गयी. पुलिस अधिकारियों के जख्मी होने के अलावा सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है.
उल्लेखनीय है कि बीते शुक्रवार को धूपगुड़ी से सैकड़ों समर्थक वाहनों पर सवार होकर कूचबिहार की जनसभा में जा रहे थे. पुलिस ने जब उन्हें जाने से रोका तो मामला हिंसक संघर्ष में बदल गया. इस संघर्ष में एएसपी समेत कई पुलिसकर्मी, सरकारी बस कंडक्टर और यात्री जख्मी हुए थे.
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने, हिंसा, तोड़फोड़ आदि के मामले दर्ज किये हैं. घटना में आरोपी भाजपा के कई नेताओं ने फोन पर कहा कि पुलिस ने उन्हें फंसाने के लिए उन पर झूठे मामले दर्ज किये हैं. बस कंडक्टर और एक जख्मी यात्री ने थाने में शिकायत दर्ज करायी है. पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेकर मामला दर्ज किया है.जख्मी एएसपी ग्रामीण डेंडुप शेर्पा का इलाज सिलीगुड़ी के एक नर्सिंग होम में चल रहा है. उनकी दाहिनी आंख चोटिल है.
रेटिना में जख्म हुआ है. एसपी अमिताभ माइती ने इस घटना को लेकर गंभीर चिंता जतायी है. उन्होंने कहा कि झड़प में शामिल सभी लोग समाज विरोधी नहीं हैं. असली दोषियों की पहचान की गयी है. उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. हालांकि आम लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. पुलिस उनके साथ है.
उन्हें हमारे साथ सहयोग करना चाहिए. फिलहाल घटनास्थल पर डीएसपी अपराध मानवेंद्र दास के अलावा धूपगुड़ी और बानरहाट थानों के आइसी, नागराकाटा थाना के ओसी के नेतृत्व में जिला पुलिस का अतिरिक्त बल तैनात है.
इधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता दीपेन प्रामाणिक ने कहा कि भाजपा के नेताओं के खिलाफ तृणमूल के निर्देश पर पुलिस ने झूठे मामले दर्ज किये हैं. वहीं, तृणमूल के जिलाध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती ने कहा कि पुलिस से मारपीट करने पर वह कानूनी कार्रवाई करेगी ही. यह उसका प्रशासनिक अधिकार है.
कई नेताओं समेत 65 के खिलाफ मामला दर्ज
जिला पुलिस सूत्र के अनुसार, कुल 65 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किये गये हैं. इनके खिलाफ आइपीसी की धारा 147, 148, 149, 323, 325, 326, 332, 333, 336, 353, 186, 307, 109, 114, 120बी समेत आर्म्स एक्ट की धारा 25/27 और डब्ल्यूबीपीएमओ की धारा 9 और पीडीपीपी एक्ट की धारा 3 के तहत मामले दर्ज किये गये हैं.
पुलिस सूत्र ने बताया कि पुलिस की तस्वीरों के आधार पर ही आरोपियों की पहचान की गयी है. भाजपा के अधिवक्ता शिवशंकर दत्त ने बताया कि पुलिस ने भाजपा के राज्य नेता प्रवाल राहा, जिलाध्यक्ष देवाशीष चक्रवर्ती, उत्तर बंगाल के सह संयोजक दीपेन प्रामाणिक, जिला युवा मोरचा अध्यक्ष श्याम प्रसाद, जॉन बारला सहित उच्च स्तर के नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज किये हैं.
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