किशनगंज : सीमांचल के कद्दावर नेता व किशनगंज से सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी का शुक्रवार की सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कासमी 76 वर्ष के थे. सांसद कासमी का निधन सीमांचल के लिए बहुत बड़ी क्षति है.
जानकारी के मुताबिक, सीमांचल से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं बिहार के किशनगंज से सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी का 76 वर्ष की आयु में शुक्रवार तड़के दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. बताया जाता है कि गुरुवार की देर रात एक कार्यक्रम में भाग लेने के दौरान ठंड लगने से उनकी तबीयत खराब हो गयी थी. उन्हें किशनगंज सर्किट हाउस में लाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके पैतृक गांव ताराबाड़ी में सुपुर्द-ए-खाक की रस्म अदा की जायेगी. मौलाना कासमी के परिवार में तीन बेटे और दो बेटियां हैं. उनकी बेगम सलमा खातून का निधन नौ जुलाई, 2012 को हो गया था.
कांग्रेस के टिकट पर पिछले दो लोकसभा चुनाव में हासिल की थी जीत
असरारुल हक कासमी का जन्म 15 फरवरी, 1942 को हुआ था. वह वर्ष 2009 और 2014 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे. हालांकि, लोकसभा चुनाव में कई बार उन्होंने अपनी किस्मत आजमायी थी, लेकिन उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा था. कासमी की शिक्षा दारुल उलूम देवबंद में हुई थी. उन्होंने वहां से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की थी. वह ‘जमायत उलेमा-ए-हिंद’ के प्रदेश अध्यक्ष भी थे. वह ‘ऑल इंडिया मुसलिम पर्सनल लॉ ‘बोर्ड के सदस्य होने के साथ ही ‘ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल’ के अध्यक्ष भी थे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा- राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनके निधन से सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. सांसद मो असरारुल हक कासमी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ होगा.