- ग्रामीण सड़कों को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए सीएम ने लिया फैसला
- पश्चिमी मेदिनीपुर में मुख्यमंत्री ने की प्रशासनिक बैठक
- अवैध बालू खनन पर सख्त कार्रवाई के दिये निर्देश
- ओवरलोडिंग खत्म करें: ट्रक एसोसिएशन
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कोलकाता : मुख्यमंत्री का निर्देश, ग्रामीण सड़कों पर नहीं चलेंगी चार से ज्यादा चक्के वाले मालवाही वाहन
कोलकाता/ मेदिनीपुर : राज्य की ग्रामीण सड़कों पर चार से ज्यादा चक्के वाले मालवाही वाहनों की आवाजाही पर रोक रहेगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ग्रामीण सड़कों को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए मंगलवार को यह निर्देश जारी किया है. राष्ट्रीय राजमार्ग और राज्य राजमार्ग को छोड़कर भारी वाहन ग्रामीण सड़कों से नहीं गुजर सकेंगे. […]
कोलकाता/ मेदिनीपुर : राज्य की ग्रामीण सड़कों पर चार से ज्यादा चक्के वाले मालवाही वाहनों की आवाजाही पर रोक रहेगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ग्रामीण सड़कों को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए मंगलवार को यह निर्देश जारी किया है. राष्ट्रीय राजमार्ग और राज्य राजमार्ग को छोड़कर भारी वाहन ग्रामीण सड़कों से नहीं गुजर सकेंगे.
पश्चिम मेदिनीपुर में प्रशासनिक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अब से ग्रामीण सड़कों पर सिर्फ चार पहिया वाहन की चलाये जा सकेंगे. भारी मालवाहा वाहनों को ग्रामीण रास्तों पर चलने की अनुमति नहीं दी जायेगी. उन्होंने कहा कि राज्य में ग्रामीण सड़कों पर केवल छोटे, चार पहिया मालवाहक वाहनों को ही आवाजाही की इजाजत दी जायेगी.
ऐसा इसलिए किया जायेगा ताकि बड़े परिवहन वाहनों के कारण सड़कों को क्षति नहीं पहुंचे. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें पता चला है कि राजमार्गों पर टोल बूथों से बचकर निकलने और कर का भुगतान करने से बचने के लिए बड़े ट्रक इन ग्रामीण सड़कों से होकर गुजरते हैं.
पश्चिमी मेदिनीपुर जिले में प्रशासनिक समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि वह चाहती हैं कि पुलिस, पंचायत और अन्य स्थानीय निकाय संयुक्त रूप से यह सुनिश्चित करें कि बड़े ट्रक इन गांवों में प्रवेश न करें और यहां की सड़कों को क्षति न पहुंचा पाएं.
उन्होंने स्थानीय प्रशासन से कहा कि वह ग्रामीण सड़कों के प्रवेश बिंदुओं पर अवरोधक लगाये. मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण सड़कों के निर्माण पर राज्य सरकार काफी राशि खर्च कर रही है.
बड़े मालवाहक वाहन चलने से यह जल्द ही क्षतिग्रस्त हो जायेंगी. राज्य सरकार के पास इतना फंड नहीं है कि वह बार-बार इनकी मरम्मत करा सके. गौरतलब है कि इससे पहले मुख्यमंत्री ने कोलकाता महानगर में 20 से अधिक पहियों वाले वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी. 20 से ज्यादा पहिये वाले वाहन राज्य में कहीं भी नहीं चलाये जा सकते.
इसके साथ-साथ मुख्यमंत्री ने जिला व ब्लॉक के भूमि सुधार विभाग के अधिकारियों व पुलिस को अवैध बालू के खनन के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया. उन्होंने राज्य के सुरक्षा सलाहकार सुरजीत कर पुरकायस्थ को कहा कि राज्य की एंटी-करप्शन यूनिट इस पर नजर रखे और इस प्रकार की घटनाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे.
कोलकाता. मालवाही वाहनों की आवाजाही को बंद करने के बजाय मुख्यमंत्री को ओवरलोडिंग खत्म करनी चाहिए, क्योंकि सड़कों को नुकसान ओवरलोडिंग की वजह से होता है. अगर आेवरलोडिंग नहीं होगी तो सड़कों को भी कोई नुकसान नहीं होगा. यह कहना है फेडरेशन ऑफ ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहिंदर सिंह गिल का.
मुख्यमंत्री द्वारा राज्य के ग्रामीण सड़कों पर चार से अधिक पहियों वाले वाहनों पर रोक लगाये जाने के निर्देश पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए श्री गिल ने कहा कि सड़कों को सबसे ज्यादा नुकसान आेवरलाेडिंग से हो रहा है. इसके अलावा अवैध बालू के परिवहन से भी रास्ते क्षतिग्रस्त हो रहे हैं, इसलिए मुख्यमंत्री को इस ओर ध्यान देना चाहिए. अगर मालवाही वाहनों को गांवों में जाने से रोका जायेगा तो लोगों तक जरूरी सामान कैसे पहुंचेगा.
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