- पहचान बदल कर करता था विवाह, फिर ले भागता था गहने व रुपये
- तीन महीने तक चकमा देने के बाद दीघा के एक होटल से हुआ गिरफ्तार
कोलकाता : सरसुना थाने की पुलिस ने एक फर्जी सीआरपीएफ कर्मी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार शातिर का नाम अभिजीत मंडल उर्फ शेख मुजीबुर रहमान है. दीघा के एक होटल से उसे सोमवार देर रात गिरफ्तार किया गया है. उसके पास से अभिजीत मंडल नाम का वोटर कार्ड व शेख मुजीबुर रहमान नामक का आधार कार्ड जब्त किया गया है.
थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद तीन महीने से वह पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल हो जा रहा था. अंत में गुप्त जानकारी के बाद उसे दीघा से गिरफ्तार किया गया.
कैसे देता था वारदात को अंजाम
पुलिस सूत्रों के अनुसार, हाल ही में एक व्यक्ति के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज हुई थी. शिकायत में पीड़िता ने बताया कि आरोपी व्यक्ति खुद को सीआरपीएफ का अधिकारी बताकर विवाह करता है. इसके बाद मौका देखते ही रुपये व गहने लेकर फरार हो जाता है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला की आरोपी एक नहीं बल्कि इसी तरह से चार शादियां कर चुका है. वह अपनी पहचान बदलकर शादियां करता था.
मेट्रीमोनियल साइट पर शादी का विज्ञापन देनेवाली युवतियों को बनाता था शिकार
गिरफ्तारी के बाद पुलिस को प्राथमिक पूछताछ में पता चला कि आरोपी मेट्रीमोनियल साइट पर शादी का विज्ञापन देनेवाली युवतियों को अपना शिकार बनाता था. वह विज्ञापन देनेवाली युवतियों से सीआरपीएफ कर्मी बनकर संपर्क करता था. इसके बाद विवाह की बात आगे बढ़ाता था.
अब तक कर चुका था चार विवाह, तीन से चल रही थी बात
गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि अबतक वह पहचान बदलकर चार विवाह कर चुका था. इन चारों में तीन मुस्लिम और एक हिंदू युवती है. जबकि तीन युवतियों से विवाह की बात चल रही थी. विवाह के बाद रुपये व गहने लेकर वह फरार हो जाता था.
धौंस देकर दो लाख रुपये ऐंठने का भी है आरोप
पुलिस को पूछताछ में यह भी पता चला कि सीआरपीएफ में ऊंची पहुंच का धौंस दिखाकर वह एक व्यक्ति से दो लाख रुपये भी ले चुका था. गिरफ्तार आरोपी के पास से छह मोबाइल फोन पुलिस ने जब्त किया है. पहचान बदलकर वह इन मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल युवतियों को अपने जाल में फंसाने के लिए करता था. गिरफ्तार आरोपी को कोलकाता लाकर अदालत के निर्देश पर पुलिस हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है.