करतारपुर : करतारपुर गलियारा परियोजना के आकर्षण के केंद्र में कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू रहे. उनकी प्रशंसा चारो ओर हो रही है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान सहित कई अन्य पाकिस्तानी नेताओं ने क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू की करतारपुर गलियारा परियोजना को साकार करने में “लगातार” किये गये उनके प्रयासों की जमकर तारीफ की.
परियोजना के लिए सिद्धू के “योगदान” का करतापुर गलियारे पर बनी एक लघु फिल्म में खास तौर पर उल्लेख भी किया गया है. यह फिल्म यहां परियोजना की आधारशिला रखे जाने के कार्यक्रम के बाद दिखायी यी. खान ने करतारपुर गलियारे के लिए पुरजोर प्रयास करने को लेकर सिद्धू की प्रशंसा करते हुए मजाकिया अंदाज में कहा, “कल से मैं जो कुछ भी देख रहा हूं, उससे मैं आपको यह बता सकता हूं कि सिद्धू, अगर आप यहां से चुनाव लड़ेंगे खासकर पंजाब में तो आप जीत जाएंगे.”
खान ने कहा कि दृढ़ निश्चय वाले नेता ही दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण रिश्ते को सुधार सकते हैं. उन्होंने कहा, "मुझे आशा है कि हमें इसके लिए सिद्धू के प्रधानमंत्री बनने तक का इंतजार नहीं करना पड़ेगा." उनकी टिप्पणियों को श्रोताओं ने खूब सराहा. उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि पिछली बार दौरे पर आये सिद्धू के दोनों देशों के बीच शांति और भाईचारे को बढ़ाने की कोशिशों के बाद उनकी अपने देश में आलोचना क्यों की गयी थी.
खान ने कहा कि मैंने सुना है कि जब सिद्धू शपथ ग्रहण समारोह के बाद वापस गये तो उनकी बहुत आलोचना हुई. मुझे नहीं पता कि उनकी खिंचाई क्यों की गयी. वह सिर्फ दो देशों के बीच शांति के बारे में बात कर रहे थे." पाक प्रधानमंत्री ने कहा,"किसी के लिए यह सोचना मूर्खतापूर्ण है कि दो परमाणु शक्ति वाले देशों के बीच युद्ध हो सकता है क्योंकि कोई जीतेगा ही नहीं. इसलिए, यदि कोई युद्ध नहीं हो सकता है तो दोस्ती के अलावा दूसरा रास्ता क्या है?"
यहां चर्चा कर दें कि कांग्रेस नेता सिद्धू ने अपने मित्र खान के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए पाकिस्तान का दौरा किया था. बाद में सिद्धू की पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिलने पर आलोचना की गयी थी. गले मिलने के बाद बाजवा ने करतारपुर गलियारा परियोजना को लेकर पाकिस्तान की योजना के बारे में बात की थी. अपने संबोधन में पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्री नुरुल हक कादरी ने कहा, “अगर इस तरह गले मिलने के कई और वाकये हों तो दोनों देशों के बीच कई समस्याओं का हल हो सकता है.”
भारत के भी कई सिख श्रद्धालुओं ने इस गलियारे के लिए सिद्धू को श्रेय दिया. सिद्धू ने कहा, “करतारपुर गलियारे का इतिहास जब भी लिखा जाएगा खान का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा. इमरान खान का नाम पहले पन्ने और पहली पंक्ति में लिखा जाएगा.”