पटना : केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (आरएलएसपी) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि वह एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) में हैं. लेकिन, उन्हें पीछे धकेला जा रहा है. यह किसी पार्टी भी के लिए अपमान होगा. मैंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से दो बार मिलने की कोशिश की, लेकिन वह व्यस्त रहे. आखिरी विकल्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलना है. अगर हम मिलते हैं, तो देखते हैं कि कितनी पारदर्शिता है. उसके बाद मेरी पार्टी की चार और पांच दिसंबर को बैठक होगी, उसमें फैसला होगा कि क्या करना है.
I am in NDA, but being pushed back, this would be an insult to any party.I tried to meet Amit Shah twice but he was busy, last option is to meet PM. Let us see what transpires if I get to meet. Then my party will convene on Dec 4&5 and decide what to do: Upendra Kushwaha, RLSP pic.twitter.com/Z5qImVIGE7
— ANI (@ANI) November 27, 2018
नरेंद्र मोदी फिर बने प्रधानमंत्री : कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि वर्ष 2014 से एनडीए में हैं. बिहार भाजपा के कई नेता ही नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने के पक्ष में नहीं थे. उससमय हमारी पार्टी नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने की बात कही. आज भी कहता हूं कि मैं नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाना चाहता हूं.
30 नवंबर तक का दिया है अल्टीमेटम
सीट शेयरिंग को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए को 30 नवंबर तक का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा है कि 30 नवंबर तक सीटों के बंटवारे पर फैसला कर लिया जाये. हालांकि, उन्होंने अपने सारे विकल्प खुले रखे हैं. इससे पहले उन्होंने मुंगेर में आयोजित कार्यक्रम ‘हल्ला बोल-दरवाजा खोल’ में कहा था कि उनकी पार्टी अपमानित महसूस कर रही है. मालूम हो कि ‘नीच’ शब्द पर शुरू हुई राजनीति को लेकर कुशवाहा ने उक्त बातें कही थी. साथ ही उन्होंने कहा था कि अपमान सह कर एनडीए में नहीं रह सकते.
शरद यादव की पार्टी में विलय की खबरें बनीं सुर्खियां
दिल्ली में लोकतांत्रिक जनता दल के मुखिया शरद यादव से उपेंद्र कुशवाहा की मुलाकात के बाद कयास लगाये जाने लगे की लोकतांत्रिक जनता दल में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का विलय हो सकता है. इसके बाद यह खबर सुर्खियों में रही.
भाजपा विधानमंडल की बैठक में शामिल हुए रालोसपा के विधायक
रालोसपा के दो विधायक बीते सोमवार को हो रही भाजपा विधानमंडल दल की बैठक में पहुंच गये. अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या दोनों विधायक भाजपा में शामिल होंगे? जातिगत राजनीति करने के आरोप का खंडन करते हुए कुशवाहा ने कहा कि ऐसा आरोप लगानेवाले गलत बोल रहे हैं. मैंने जाति को लेकर कोई बयान दिया है, तो कोई दिखा दे. पिछड़ों, गरीबों, अल्पसंख्यकों की बात मैंने शुरू से उठाई है और आगे भी उठाऊंगा.