– प्रोजेक्ट भवन के सामने धरना पर बैठे थे टाना भगत
रांची : टाना भगत समुदाय को अब भूमि के लिए कोई लगान नहीं देना होगा. टाना भगत समुदाय की मांग को मानते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने यह आदेश मंगलवार को भू-राजस्व विभाग के सचिव को दिया. अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विभिन्न जिलों के टाना भगत मंगलवार की दोपहर करीब 12 बजे प्रोजेक्ट सचिवालय में मुख्यमंत्री रघुवर दास से मिले.
प्रतिनिधिमंडल में शामिल सात सदस्यों ने मुख्यमंत्री को बताया कि टाना भगतों की जमीन की लगान की रसीद एक रुपये में कटती थी. इसे बंद कर बेलगान रसीद काटने का आग्रह किया गया. इसे स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री ने विभाग के सचिव केके सोन को निर्देश दिये. सरकार की ओर से कहा गया कि आप लोगों की जमीन की बेलगान रसीद काटी जायेगी.
जिता टाना भगत (अध्यक्ष, गुमला) ने बताया कि हमलोग यहां के जमींदार हैं, फिर क्यों सरकार को एक रुपया लगान दें. मुख्यमंत्री से मिलने के लिए सोमवार की दोपहर करीब दो बजे से प्रोजेक्ट सचिवालय के गेट पर बैठे टाना भगतों को खाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा चूड़ा, गुड़ व फल दिया गया, लेकिन किसी ने भी अन्न-पानी ग्रहण नहीं किया.
जब सरकार ने टाना भगतों की मांग मान ली, तो सभी ने प्रोजेक्ट सचिवालय गेट पर ही पूजा-प्रार्थना की और फल लेकर चले गये. वहां सोमवार से ही दो मजिस्ट्रेट नामकुम सीओ मनोज कुमार, नगड़ी सीओ दिवाकर द्विवेदी, हटिया डीएसपी विनोद रवानी तथा धुर्वा इंस्पेक्टर राजू कुमार मौजूद थे.
सीएम से मिलने चतरा, लोहरदगा, खूंटी, गुमला व लातेहार से टाना भगत आये थे. जबकि मुख्यमंत्री से मिलनेवाले प्रतिनिधिमंडल में कृष्णा टाना भगत (सचिव, लोहरदगा), बिरसा टाना भगत (उपसचिव, गुमला), यशोदा टाना भगत (रांची), रामदेव टाना भगत (लातेहार), बिजला टाना भगत (खूंटी) व जिता टानाभगत (अध्यक्ष, गुमला) शामिल थे.