कोलकाता : ”चांदनी रात में नौका विहार” को चरितार्थ करते हुए कोलकाता में आयोजित अंतरराष्ट्रीय काव्य महोत्सव के अंतिम दिन विश्व भर से आये 16 कवियों ने क्रूज पर गंगा नदी की मौजों का आनंद लेते हुए काव्य पाठ का रस बिखेरा.
स्लोवेनिया की बारबरा पोगाकनिक ने पौराणिक कथा से जुड़ी कविता सुनायी, जबकि मकदूनिया के कवि व्लादिमीर मार्टिनोवस्की ने उस कविता का पाठ किया जिसमें एक नदी द्वारा सदियों की मानव यात्राओं को प्रतिबिंबित करने का वर्णन है.
रविवार शाम नौका विहार के दौरान भारतीय कवि अरुण कमल ने ‘गंगा के लिए प्यार’ कविता का पाठ किया और इसके अंग्रेजी अनुवाद को श्रोताओं की खूब वाहवाही मिली. श्रोताओं में कविता प्रेमियों का चुनिंदा समूह भी शामिल था.
यह कार्यक्रम चेयर पोइट्री ईवनिंग्स का हिस्सा था जिसका आयोजन चेयर लिटरेरी ट्रस्ट ने किया था. इस काव्य महोत्सव का आयोजन 23 से 25 नवंबर तक किया गया.