पटना : जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकतांत्रिक जनता दल (एलजेडी) के संरक्षक शरद यादव ने मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. शरद यादव ने कहा कि आज देश में हालात ठीक नहीं है. सिर्फ हिंदू-मुस्लिम करने के अलावा कुछ नहीं हो रहा है. मौजूदा शासन में देश कठिनाई के दौर से गुजर रहा है. आये दिन संविधान विरोधी ताकतें देश को बांटने और तोड़ने का काम कर रही है. सांप्रदायिक ताकतों द्वारा लोगों को गुमराह किया जा रहा है और धार्मिक उन्माद को बढ़ावा दिया जा रहा है. यह सांप्रदायिक ताकतें मौजूदा सरकार के शासन में ही सक्रिय होती हैं. यह सब हमारे संविधान में नहीं है.
शरद यादव ने कहा कि हमारा देश विविधता में एकता का देश है. जहां, हर धर्म और जाति के लोगों को समान अधिकार है और किसी भी प्रकार के विवाद को सुलझाने के लिए अदालतों का दरवाजा सब के लिए खुला है. अदालत के फैसले का हर किसी को सम्मान करना चाहिए और न्यायपालिका में विश्वास होना चाहिए. मंदिर का मुद्दा सांप्रदायिक ताकतें तभी उठाती हैं जब चुनाव नजदीक होता है. जिससे की समाज को वोट के लिए बांटा जा सके. इनका मकसद सिर्फ और सिर्फ देश को तोड़ना है. हमें इनसे सतर्क रहना चाहिए. धर्म के आधार पर भेदभाव और देश को नहीं बांटा जाना चाहिए. हम सभी हिंदुस्तानी हैं और हमारे लिए देश सर्वोच्च है. संविधान दिवस पर हम सभी को यह प्रतिज्ञा लेनी चाहिए कि हम मरते दम तक संविधान की रक्षा तथा उसका पालन करेंगे.
इसके साथ ही शरद यादव ने संविधान दिवस पर समस्त देशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि संविधान सभा के सभी सदस्यों को इस संविधान को देने के लिए हम सलाम करते हैं. आज यदि संविधान नहीं होता तो इतने विशाल देश को संभाल पाना नामुमकिन होता. हमें संविधान ने बोलने की आजादी सहित कई अन्य मौलिक और नैतिक अधिकार दिये हैं जो कि लोकतंत्र के लिए आवश्यक हैं.