पटना :स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शनिवार को कहा कि शीध्र ही आयुष चिकित्सकों को प्रति माह 44 हजार का मानदेय मिलेगा. इसकी तैयारी हो गयी है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयुष डॉक्टरों की नियुक्ति की गयी थी. लेकिन, अब भी सैकड़ों की संख्या में आयुष डॉक्टरों की पद खाली है. आयुष डॉक्टरों की खाली पदों पर शीघ्र नियुक्ति की जायेगी. सामान्य प्रशासन विभाग को नियुक्ति के लिए अधियाचना भेज दी गयी है. श्री पांडेय ऑल इंडिया होमियोमैथिक कांग्रेस-2018 को संबोधित कर रहे थे.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डेढ़ से दो माह के भीतर आयुष डॉक्टरों की रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो जायेगा. उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयुष डॉक्टर है, जो होमियौपैथ दवा ही मरीजों को देंगे. इसको लेकर होमियोपैथ दवा की खरीद करने को लेकर टेंडर निकाल दिया गया और शीघ्र ही एजेंसी चयन कर दवा आपूर्ति करने को लेकर ऑर्डर दिया जायेगा.उन्होंने पटना सिटी के होमियोपैथ रिसर्च सेंटर के उन्नयन का काम भी जल्द होगा.
पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने कहा कि हम भी स्वास्थ्य मंत्री रहे है और 15 सौ से अधिक आयुष डॉक्टरों की नियुक्ति की थी. स्वास्थ्य मंत्री से उम्मीद है कि आयुष के क्षेत्र में अधूरे कार्य रह गये हैं, उसे शीघ्र पूरा करेंगे.
डायरेक्टर जनरल केंद्रीय होमियोपैथिक अनुसंधान परिषद स्वागत समिति के अध्यक्ष डाॅ राम जी सिंह ने कहा कि होमियोपैथिक में शोध की गुणवत्ता पर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि होमियोपैथिक चिकित्सा शिक्षा व चिकित्सा सेवा में काफी सुधार की जरूरत हैं, जो किया जा रहा है. समारोह में आये अतिथियों का स्वागत करते हुए डॉ एस चंद्रा ने कहा कि होमियोपैथ के क्षेत्र में विकास हो रहा हैं, जिससे बड़ी संख्या में मरीज लाभान्वित हो रहे है. इस समारोह में परिवहन मंत्री राणा रणधीर सिंह, डॉ राके मनचंदा के साथ साथ देश-विदेश के डॉक्टर उपस्थित थे.
18 साल तक के बच्चों की होगी नि:शुल्क सर्जरी, किया करार
पटना : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत 18 वर्ष तक के बच्चों की शल्य चिकित्सा भी अब नि:शुल्क होगी. इसकेे लिए राज्य स्वास्थ्य समिति ने शनिवार को राज्य के नौ चिकित्सा संस्थानों के साथ करार किया है. श्री पांडेय शनिवार को करार के मौके पर संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार और राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक लोकेश कुमार सिंह , करुणा कुमारी , खालिद अरशद और एनआर विश्वास भी मौजूद थे. करार के मौके पर पांच बच्चों के बीच सर्टिफिकेट भी वितरित की गयी, जिसमें मानसी कुमारी, छोटी कुमारी, वैष्णवी कुमारी, अर्जुन कुमार मांझी और किरण कुमार मांझी शामिल रहे.
इस सुविधा के लिए इन नौ चिकित्सा संस्थानों के साथ करार
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना, इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना, इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी (पीएमसीएच), पीएमसीएच, पटना, दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, दरभंगा, जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, भागलपुर, नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, पटना, अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, गया एवं श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, मुजफ्फरपुर.
दवाओं का हो सही उपयोग
पटना. इंडियन सोसायटी फोर रेशनल फर्मा की ओर से आयोजित तीन दिवसीय सम्मेलन के दूसरे दिन स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि दवाओं का सही उपयोग सुनिश्चित कराये, ताकि मरीजों को लाभ हो सके. उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र में शोध कार्य पर भी ध्यान देने पर जोर दिया.