सामाजिक बदलाव में नवोन्मेष की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए इंफोसिस फाउंडेशन ने सामाजिक नवोन्मेषियों, यानीसोशल इनोवेटर्स को पुरस्कृत करने की घोषणा की है.
इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष सुधा मूर्ति ने इस बारे में बताया है कि सामाजिक बदलाव में नवोन्मेष के महत्व को देखते हुए फाउंडेशन ने आरोहण सोशल इनोवेशन अवार्ड की शुरुआत की है. दरअसल, कर्इ इनोवेशन आर्थिक तंगी कीवजह से बड़े पैमाने पर अपना प्रभाव नहीं डाल पाते. इसी कमी को दूर करने के लिए फाउंडेशन ने तीन विजेताआें को 50-50 लाख रुपये का पुरस्कार देने की योजना बनायी है.
यह पुरस्कार पाने के लिए 18 साल से अधिक उम्र के आवेदकों को आरोहण सोशल इनोवेशन अवार्ड की वेबसाइट (इस लिंक पर जायें) पर अपने इनोवेशन के प्रोटोटाइप को वीडियो के रूप में अपलोड करना होगा. ध्यान रहे कि यह इनोवेशन महज एक विचार के रूप में नहीं होना चाहिए, बल्कि इसका प्रोटोटाइप जरूर हो, तभी आवेदन स्वीकार किये जाएंगे.
यह पुरस्कार छह श्रेणियों – स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, बेसहारों की देखभाल, महिला सुरक्षा एवं सशक्तीकरण, शिक्षा एवं खेल आैर सततविकास में दिये जाएंगे. आवेदन जमा करने की अंतिम तारीख 31 दिसंबर है. यह पुरस्कार अगले साल 20 फरवरी को बेंगलुरु में दिया जाएगा.
श्रीमति मूर्तिने बताया कि उन्हें अक्षय कुमार की फिल्म ‘पैडमैन’ देखकर इस पुरस्कार का विचार आया. उन्होंने कहा कि देश में सोशल इनोवेटर्स की कमी नहीं है. उनके पास उत्पाद है, लेकिन संसाधन की कमी है. संसाधन की कमी के कारण वे अपने उत्पाद को उन्नत नहीं कर पाते या उसे व्यापक पैमाने पर बढ़ावा नहीं दे पाते. विजेताआें को इसीलिए आइआइटी हैदराबाद में 12 हफ्तों की रेसिडेंशियल टेक्निकल मेंटोरशिप का मौका भी मिलेगा.