सीतामढ़ी : नयी दिल्ली स्थित स्वयंसेवी संगठन के सदस्यों की सूचना पर सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में पुलिस की स्पेशल टीम ने स्थानीय बोहाटोला में शुक्रवार की शाम को छापेमारी कर आठ नाबालिग लड़कियों को देह व्यापार से मुक्त कराया. पुलिस गिरफ्तार महिला दलाल चुन्नी खातून से पूछताछ कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, नयी दिल्ली स्थित एनजीओ के सदस्यों ने सीतामढ़ी पुलिस को सूचना दी कि देह व्यापार के लिए उत्तर प्रदेश समेत दूसरे देशों की नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसला कर सीतामढ़ी में देह व्यापार कराया जा रहा है. इसके बाद आरक्षी अधीक्षक छत्रनील सिंह के निर्देश पर एसडीपीओ कुमार वीर धीरेंद्र के नेतृत्व में शुक्रवार की शाम को छापेमारी कर सात नाबालिग लड़कियों के साथ महिला दलाल को भी पुलिस ने मौके से धर दबोचा. मौके से पुलिस ने भारी मात्रा में कंडोम भी बरामद किया है. गिरफ्तार महिला दलाल चुन्नी खातून से पुलिस पूछताछ कर रही है.
एनजीओ के सदस्यों के साथ सीतामढ़ी स्थित रेडलाइट एरिया पहुंची पुलिस ने फिरोज खान, चुन्नी खातून, मुन्नी खातून एवं मंजूर खलीफा के घर से इन लड़कियों को मुक्त कराया. इन लड़कियों से जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था. बताया जाता है कि लड़कियों के इनकार करने पर यातनाएं भी दी जाती थी. एनजीओ के सदस्यों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ से एक बच्ची को जबरन देह व्यापार के लिए सीतामढ़ी लाये जाने की बात सामने आयी थी. उस लड़की को देह व्यापारियों के चंगुल से मुक्त कराने के साथ सात अन्य लड़कियों को भी मुक्त करा लिया गया. छापेमारी में स्पेशल टीम को रेडलाइट एरिया बोहा टोला के आधा दजर्न घरों के कमरों में तहखाने मिले हैं. सभी कमरों को सील कर दिया गया है.
पुलिस की भूमिका पर उठ रहे सवाल
सूत्रों के मुताबिक, बोहा टोला में अब भी देह व्यापार का धंधा बदस्तूर जारी है. स्थानीय पुलिस को इसकी भनक भी है, लेकिन पुलिस धंधेबाजों पर कारर्वाई क्यों नही करती, यह बड़ा सवाल बना है. खास बात यह है कि पिछले तीन साल के बाद पुलिस इस प्रकार के किसी अभियान में रेडलाइट एरिया में कदम रखी है. इस दौरान देह व्यापार का यह धंधा बेखौफ संचालित हो रहा था. बताया जाता है कि इसमें कई सफेदपोश भी अत्यक्ष तौर पर धंधे को गति देने में पीछे नहीं हैं.